बदायूं की द किसान सहकारी चीनी मिल के प्रबंधन को अपनी नीतियों और कर्म पर विश्वास नहीं है, तभी हवन-पूजन और चादरपोशी कर पेराई सत्र का शुभारंभ किया। नई नीति के विरोध में पहले ही दिन सैकड़ों किसानों ने मौके पर पहुंच कर आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन परेशान गन्ना किसानों को अभी तक राहत नहीं दी गई है।
शेखूपुर स्थित सहकारी चीनी मिल के जिलाधिकारी पदेन अध्यक्ष हैं, उनके प्रतिनिधि के रूप में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अजय कुमार श्रीवास्तव तथा चीनी मिल के उपाध्यक्ष व सपा नेता बलवीर सिंह यादव ने मंगलवार को हवन किया एवं मन्दिर में पूजा-अर्चना करने के साथ मजार पर चादर पोशी की, इसके बाद फीता काटकर पेराई सत्र का शुभारम्भ किया।
सर्वप्रथम ग्राम धमेई के सोरन सिंह एवं शेखूपुर के संजीव की बैलगाड़ियों के बैलों को मिठाई खिलाई तथा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया, उसके बाद कृषक सुरेश ग्राम सर्की की ट्रैक्टर ट्रॉली को इलेक्ट्रॉनिक कांटे पर तौलकर गन्ना खरीद शुरू कर दी गई। एडीएम (प्रशासन) अजय कुमार श्रीवास्तव तथा चीनी मिल के उपाध्यक्ष व सपा नेता बलवीर सिंह यादव ने महा प्रबंधक चीनी मिल को निर्देश दिए कि गन्ना किसानों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान की जायें एवं कार्य को समय से पूरा करें, जिससे किसानों को किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न होने पाए। जीएम ने बताया कि इस पेराई सत्र में 15 लाख कुन्तल गन्ने को 09 प्रतिशत रिकवरी के साथ पेराई का लक्ष्य रखा गया है।
उधर इस वर्ष तमाम गांवों को सहकारी चीनी मिल से हटा कर बिसौली की निजी यदु शुगर मिल से संबंद्ध कर दिया गया है, इनमें अधिकाँश गाँव ऐसे हैं, जो सहकारी चीनी मिल से दस कि.मी. की दूरी पर हैं, जबकि इन गांवों से बिसौली की दूरी तीस-चालीस कि.मी. है, ऐसे में गन्ना किसानों का परेशान होना स्वाभाविक ही है। परेशान किसानों ने मौके पर पहुंच कर अफसरों के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन अभी तक किसानों को राहत नहीं दी गई है, इसमें सुधार नहीं हुआ, तो समाजवादी पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर जंग बहादुर यादव, जिला गन्ना अधिकारी दिलीप कुमार सैनी, नौशेरा के ग्राम प्रधान सोमपाल साहू, ग्राम गठौना के ग्राम प्रधान धर्मेंद्र सिंह, राजेश सक्सेना, परवेज़ अहमद तथा शेखूपुर के प्रधानपति सहित चीनी मिल के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
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