बदायूं जिले में स्थित उसहैत थाना क्षेत्र के गाँव कटरा सआदतगंज में पेड़ पर दो बहनों को मार कर लटकाने की विश्व स्तर पर चर्चित घटना में जेल में बंद उर्वेश यादव की आज जमानत मंजूर हो गई। एक बार फिर मुख्य आरोपी पप्पू यादव कागजी औपचारिकता पूरी होते ही जेल से रिहा कर दिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि 22 मई की रात को कटरा सआदतगंज में दुःखद घटना हुई, जिसमें दुष्कर्म के बाद चचेरी बहनों के शव आम के पेड़ पर लटका दिए गये थे, इस घटना में दो सिपाही सर्वेश यादव व छत्रपाल गंगवार और तीन सगे भाई पप्पू यादव, अवधेश यादव व उर्वेश यादव नामजद किये गये थे। पुलिस ने पाँचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल दिया था, इसके बावजूद पीड़ित परिजनों की मांग पर यूपी सरकार ने सीबीआई जांच की संस्तुति कर दी थी।
सीबीआई ने तमाम लोगों से जानकारी व साक्ष्य जुटाये और आरोपियों सहित परिजनों के भी तमाम टेस्ट कराये। आरोपियों के टेस्ट की रिपोर्ट आई, तो आरोपी सच बोलते सिद्ध हुए, वहीं टेस्ट रिपोर्ट में परिजन झूठे साबित हो हुए। न्यायालय ने पाँचों आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया, वहीं उक्त प्रकरण में तमाम उतार-चढ़ाव के बाद सीबीआई ने 11 दिसंबर 2014 को स्थानीय न्यायालय में अपनी जांच आख्या दाखिल कर दी थी, जिसमें सीबीआई ने सभी आरोपियों को दोष मुक्त करार दिया था एवं चचेरी बहनों के मृत्यु का कारण आत्म हत्या बताया था, साथ ही परिजनों को षड्यंत्र रचने का दोषी बताया था। जिला न्यायालय ने 28 मई 2015 को सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को खारिज करते हुए मुख्य आरोपी पप्पू यादव को तलब कर लिया था, लेकिन पप्पू यादव हाजिर नहीं हो रहा था, जिससे सीबीआई ने 27 जनवरी 2016 को उसे गिरफ्तार किया था, तब से पप्पू जेल में ही था। उक्त प्रकरण में आज अपर जिला जज- दस/स्पेशल जज पॉस्को एक्ट ने पप्पू यादव की जमानत मंजूर दी।
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