बदायूं विधान सभा क्षेत्र के विधायक आबिद रजा समाजवादी पार्टी से निष्कासित किये गये हैं, तब से कई तरह की अफवाहों ने धूम मचा रखी है। अगले विधान सभा चुनाव में सदर क्षेत्र से कोई सांसद धर्मेन्द्र यादव की पत्नी के प्रत्याशी होने की अफवाह फैला रहा है, तो कोई स्थानीय नेताओं के नाम उछाल रहा है, जबकि उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सदर क्षेत्र से समाजवादी पार्टी सिर्फ लोकप्रिय मुस्लिम नेता को ही प्रत्याशी बनायेगी, इससे स्पष्ट है कि समाजवादी पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं में विघटन पैदा करने के उददेश्य से जान कर अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि सदर विधान सभा क्षेत्र के विधायक आबिद रजा समाजवादी पार्टी से विधायक थे, उन्होंने समाजवादी पार्टी और शीर्ष नेताओं के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया, तो प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें 7 अगस्त को पार्टी से निष्कासित कर दिया। आबिद रजा के सपा से निष्कासित होने के बाद शहर में कई तरह की अफवाहें फैलाई जाने लगीं। कोई उनकी सपा में वापसी का दावा करने लगा, तो कोई सांसद धर्मेन्द्र यादव की पत्नी का नाम उछालने लगा कि वे अगले चुनाव में सदर क्षेत्र से प्रत्याशी होंगी, इसी तरह कई स्थानीय नेताओं को भी सपा प्रत्याशी बताया जाने लगा। कुछ लोग तो सदर विधान सभा क्षेत्र के इस्लामियां इंटर कॉलेज में होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन को सदर क्षेत्र के प्रत्याशी की घोषणा होने का कार्यक्रम प्रचारित करते नजर आ रहे हैं, जबकि ऐसे सम्मेलन प्रदेश भर के विधान सभा क्षेत्रों में आयोजित होने जा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सदर विधान सभा क्षेत्र में प्रत्याशी को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। सूत्रों का कहना है कि जहाँ से धर्मेन्द्र यादव सांसद हैं, उस क्षेत्र से उनकी पत्नी को प्रत्याशी बनाने का सवाल ही नहीं उठता, इसी तरह हाईकमान ने अभी किसी अन्य व्यक्ति को प्रत्याशी बनाने पर भी निर्णय नहीं लिया है। सूत्रों ने बताया कि टिकट के दावेदार कई लोग हैं, लेकिन स्थानीय वरिष्ठ नेताओं की संस्तुति, जनता की राय और व्यक्ति की छवि को ध्यान में रख कर मंथन किया जा रहा है। सदर क्षेत्र में अभी साईकिल किसी के हवाले नहीं की गई है। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि यह निश्चित है कि सदर विधान सभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी सिर्फ मुस्लिम वर्ग से ही होगा।
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