बदायूं जिले में उघैती थाना क्षेत्र के गाँव खितौरा में पंडित ओमप्रकाश हलवाई पूर्व माध्यमिक विद्यालय है, जिसमें आसपास के गांवों के बच्चे छोटी गाड़ियों से लाये जाते हैं। गाड़ियों में बच्चों को मानक के विरुद्ध भर कर लाया जाता है एवं सतर्कता भी नहीं बरती जाती। बताते हैं कि चालक के गुटखा खाने के चलते गुरूवार को गाड़ी पलट गई, जिससे कई बच्चे घायल हो गये। घायल बच्चों को निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। पलटने के बाद पता चला कि गाड़ी में 30 से भी ज्यादा बच्चे भरे गये थे। हादसा और गाड़ी में मानक से अधिक बच्चे भरने की खबर अधिकांश मीडिया संस्थानों ने प्रकाशित की है, लेकिन विद्यालय से जुड़े दबंग एक मुस्लिम रिपोर्टर के पीछे पड़ गये हैं, उसे हर तरह से अपमानित करते हुए डरा-धमका रहे हैं।
बदायूं से प्रकाशित एक अखबार के लिए थाना उघैती क्षेत्र की रिपोर्टिंग अकरम मलिक करते हैं। हादसे की खबर को अकरम मलिक ने कवर किया, जो शुक्रवार के अंक में प्रकाशित हुई। खबरें कई संस्थानों में प्रकाशित हुई हैं, लेकिन विद्यालय से जुड़े दबंग सिर्फ अकरम मलिक के पीछे पड़ गये हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नाम से अकरम को डराया-धमकाया जा रहा है। अकरम के मोबाइल पर फोन किया गया और फोन पर बुरी तरह अपमानित किया गया। अकरम की कवर की हुई खबर प्रकाशित होने पर भी अकरम को रिपोर्टर मानने को तैयार नहीं हैं दबंग, साथ ही अकरम को हर तरह की गालियाँ देते हुए कहा गया कि बंद कर के मार लगायेंगे। साहसी अकरम इतने से भी नहीं डरे, तो आरोप लगाया कि गाय कटवाता है एवं मुकदमा लिखाने तक की धमकी दी गई।
कस्बा उघैती में एक मदरसा है, जिसके प्रबंधक अकरम के पिता इकबाल हुसैन हैं। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इकबाल हुसैन ने थाना उघैती की पुलिस को आमंत्रित किया था। पुलिस की मौजूदगी में ध्वजारोहण और समारोह हुआ। मदरसे में राष्ट्र गान गाया गया था, भारत माता के जयकारे लगाये गये थे, इस सबकी वीडियोग्राफी भी की गई है, इस सबके बावजूद राष्ट्रीय स्वयं सेवक का स्वयं को पदाधिकारी बता कर आनंद कुमार नाम का व्यक्ति अकरम को धमकाते हुए ऐसे बात कर रहा है, जैसे वह इस देश का तानाशाह है। सरकार के आदेश का हवाला देते हुए कह रहा है कि मदरसे में कुछ नहीं हुआ, अभी तक मदरसे की वीडियो नहीं मिली है, जिसे तत्काल भेजिए।
अगर, आनंद नाम का व्यक्ति आरएसएस का पदाधिकारी है, तो आरएसएस तत्काल संज्ञान में ले और इस व्यक्ति को संगठन से तत्काल बर्खास्त करे, क्योंकि इस तरह धमकाने का यह पहला प्रकरण है, जिसमें आरएसएस का पदाधिकारी खुल कर सामने आया है। आरएसएस की छवि परोपकार करने वाले संगठन के रूप में है, इस तरह के पदाधिकारी विपक्षियों के आरोपों को सिद्ध करने का काम कर रहे हैं। उधर एबीएसए ने हादसे के बाद गाँव खितौरा में पंडित ओमप्रकाश हलवाई पूर्व माध्यमिक विद्यालय की जाँच की, जिसमें पाया गया है कि गाड़ियों में बच्चे मानक के विरुद्ध लाये जा रहे हैं, इसके बावजूद विद्यालय के दबंग और आरएसएस के पदाधिकारी रिपोर्टर को धमका रहे हैं।
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