बदायूं शहर में स्थित इस्लामियां इंटर कॉलेज के परिसर में आज रोजा इफ्तारी का आयोजन किया गया, जिसको लेकर आम जनमानस के बीच कई तरह की चर्चायें सुनाई दे रही हैं। हाईप्रोफाइल इफ्तारी का नजारा देख कर लग रहा था कि यह आयोजन सवाब के लिए नहीं, बल्कि राजनैतिक कद दिखाने के लिए ही किया गया, जिसमें सांसद धर्मेन्द्र यादव, कैबिनेट मंत्री आजम खान, सदर विधायक व दर्जा राज्यमंत्री आबिद रजा एवं उनकी पत्नी पालिकाध्यक्ष फात्मा रजा के साथ तमाम छोड़े-बड़े नेता उपस्थित रहे, साथ ही समूचा जिला प्रशासन घुटनों पर दिखाई दिया।
सदर विधान सभा क्षेत्र के तमाम गाँवों से लोग आयोजन में शामिल होने आये थे। सूत्रों का कहना है कि यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के अफसरों ने मिल कर गाड़ियों की व्यवस्था की थी, जिसको लेकर पुलिस के एक अफसर से एक नेता की फोन पर तीखी नोंक-झोंक भी हुई। सूत्रों का कहना है कि पुलिस अफसर ने नेता से यह पूछ लिया कि जब आप सरकार में हैं, तो सरकारी गाड़ियों को क्यों नहीं ले जा रहे, प्राइवेट गाड़ियों को क्यों पकड़वा रहे हैं?, इस पर नेता ने भी उल्टा जवाब दिया, जिसकी चर्चा पूरे विभाग है और पुलिस वाले खफा भी बताये जा रहे हैं।
बताते हैं कि गाड़ियों में भर कर लाई गई भीड़ को यह भी नहीं पता था कि वह क्यों आये हैं और उन्हें कहां जाना है। गाड़ियों से उतरने के बाद तमाम लोग इधर-उधर पूछते नजर आये। सूत्रों का कहना है कि प्रधान व राशन डीलरों को हर गाँव से दो सौ-तीन सौ आदमी लाने को कहा गया था। यह भी बताया जा रहा है कि हाइवे के किनारे आज दिन भर पुलिस ने ठेले-खोमचे वालों को भी नहीं खड़ा होने दिया, जिससे गरीब तबके के लोग त्रस्त नजर आये।
आयोजन स्थल पर कई गरीब ऐसे भी नजर आये, जिनका रोजा था, लेकिन उन्हें पंडाल के आसपास भी नहीं फटकने दिया गया। कूड़ा जमा कर घर-परिवार को चलाने में मदद करने वाला एक बच्चा पंडाल के पास पहुंचा, तो उसे पुलिस ने डपट कर भगा दिया। आयोजन स्थल पर उसके मतलब का काफी कूड़ा पड़ा था, इसलिए पुलिस की डांट को दरकिनार कर वो कूड़ा जमा करता रहा और पांच कदम दूर लाखों रूपये खर्च करने वाले स्वयं पर इतराते हुए वीवीआईपी मेहमानों के साथ चटखारे ले-लेकर व्यंजनों का मजा लेते रहे।
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