बदायूं के कई थानों क्षेत्रों में आपराधिक वारदातें बढ़ने की गौतम संदेश ने चौबीस घंटे पहले ही आशंका जताई थी, जो सच साबित होने लगी है। उघैती थाना क्षेत्र में बाइक सवारों ने न सिर्फ लूटपाट की, बल्कि पीड़ितों को बंधक बनाने के बाद एक महिला का अपहरण भी कर लिया। घटना को लेकर क्षेत्र में रोष और दहशत व्याप्त है।
उझानी कोतवाली क्षेत्र के गाँव दूल्हेनगर निवासी तिलक सिंह पुत्र धर्म सिंह का कहना है कि वह पत्नी किरन और पड़ोसन पिंकी पत्नी सुधीर को लेकर उघैती थाना क्षेत्र के गाँव खितौरा में जात लगाने गया था, वह बाइक से वापस लौट रहा था, तभी करीब सात बजे खितौरा और नरैनी के बीच में पीछे से आये बाइक सवारों ने उसे रोकने का इशारा किया। तिलक सिंह ने बाइक नहीं रोकी, तो बाइक सवार बदमाशों ने टक्कर मार कर गिरा दिया और फिर बदमाशों ने किरन से सोने के कुंडल, सोने की चेन, लौंग और 750 रूपये एवं उससे 1100 रूपये लूट लिए, इसके बाद बाइक सहित तीनों को बदमाश पकड़ ले गये और गाँव भगता नगला में ले जाकर एक ट्यूबवैल और एक घर में बंधक बना कर रखा, जहाँ बेरहमी से मार भी लगाई। रात में बदमाश पड़ोसन पिंकी को अपने साथ ले गये और तिलक व उसकी पत्नी किरन को सुबह छोड़ दिया। तिलक का कहना है कि उसने एक बदमाश को पहचान लिया है, जो भगता नगला का ही है। पीड़ित ने थाने में तहरीर दे दी है, लेकिन पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। पुलिस पिंकी को नहीं खोज पाई है, साथ ही नामजद बदमाश को भी नहीं पकड़ पाई है।
उल्लेखनीय है कि व्यवस्था दुरुस्त करने के उद्देश्य से तेजतर्रार एडीजी द्वारा थाना उघैती के प्रभारी वेदप्रकाश गुप्ता, वजीरगंज के एसओ गौरव सिंह और सदर कोतवाल भारत सिंह गौतम का तबादला मुरादाबाद रेंज के लिए कर दिया गया था, लेकिन रिलीव करने की कोई तिथि तय नहीं की गई है, जिससे गौतम संदेश ने आशंका व्यक्त की थी कि तबादला होने के बाद प्रभारी बने अफसर अधिकांशतः लापरवाह और निरंकुश हो जाते हैं, जिससे आपराधिक वारदातें बढ़ सकती हैं। उघैती क्षेत्र में सामने आई लूट और अपहरण की वारदात आशंका को सच साबित कर रही है।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं)
संबंधित खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें लिंक
इस्लामनगर के एसओ बने रघुराज, वेदप्रकाश, गौरव और भारत का तबादला
पांच थाना प्रभारियों को हटाया, चौकी भी न संभाल पाये वेदप्रकाश को मिला थाना