टैक्स चोरी रोकने और आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा बनाये गये नियमों के विरोध में सर्राफा व्यवसायी लामबंद हो गये हैं। नियमों की बात छुपा कर आम जनता के समक्ष केंद्र सरकार के विरुद्ध बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं। सर्राफा व्यवसायियों ने आज खुलेआम गुंडई की, लेकिन पुलिस व प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
बदायूं के सर्राफा व्यवसायियों ने आज शहर में बिना पूर्व अनुमति के जुलुस निकाला। स्तब्ध कर देने वाली बात यह है कि आंदोलन के नाम पर वित्त मंत्री अरुण जेटली के पुतले की शव यात्रा निकाली गई और शव यात्रा के नाम पर शहर में खुलेआम गुंडई की गई। जगह-जगह जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और बीमारों ने असहनीय पीड़ा का सामना किया, लेकिन पुलिस व प्रशासन ने आंदोलन के नाम पर गुंडई करने वाले सर्राफा व्यवसायियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस व प्रशासन के अफसरों के मूकदर्शक बने रहने पर आम जनता का मानना है कि उत्तर प्रदेश सरकार का सर्राफा व्यवसायियों को समर्थन मिला होगा, वरना आंदोलन के नाम पर सर्राफा व्यवसायी खुली गुंडई नहीं कर पाते। लोग तो यहाँ तक कहते नजर आये कि उत्तर प्रदेश में आंदोलन के नाम पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, या कैबिनेट मंत्री आजम खां को कोई ऐसे अपमानित कर सकता है। अगर, नहीं, तो भारत गणराज्य के वित्त मंत्री अरुण जेटली की शव यात्रा निकालने वालों के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।