हम उस सौभाग्यशाली प्रदेश के नागरिक हैं, जिसका नेतृत्व एक युवा, ऊर्जावान और समर्पित मुख्यमंत्री के हाथ में है। वे हमें समाज के जरूरतमंद व्यक्ति की मदद के लिए प्रेरित करते हैं और ऐसे सार्थक अवसर भी उपलब्ध करवाते हैं कि हम समाज के गरीब और कमजोर तबके के काम आ सकें। उक्त विचार ग्राम्य विकास मंत्री अरविन्द सिंह ‘गोप’ ने आज लखनऊ स्थित विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह में उ. प्र. डी. आर. डी. ए. इम्प्लायज यूनियन के अधिवेशन एवं सम्मान समारोह के अवसर पर व्यक्त किये। इस मौके पर ग्राम्य विकास राज्यमंत्री ओमकार सिंह यादव ने समस्त कर्मचारियों को बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि डी. आर. डी. ए. के कर्मचारी पिछले 30-35 वर्षों से एक रजिस्टर्ड संस्था के अन्तर्गत काम कर रहे थे। सरकार के लिए कठिन परिश्रम करने के बाद भी उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त नहीं था, जिसके लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, डी. आर. डी. ए. इम्प्याइज यूनियन लगातार प्रयत्नशील था। ग्राम्य विकास मंत्री श्री ‘गोप’ ने बताया कि ग्राम्य विकास विभाग एक ऐसा मंत्रालय है, जो प्रदेश की तस्वीर को बनाने का काम करता है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि ईमानदारी से काम किया जाये। उन्होंने प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास दीपक त्रिवेदी तथा ग्राम्य विकास आयुक्त कामरान रिज़वी की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारे पास ईमानदार और परिश्रमी अफसरों की टीम है, जिनकी इच्छा शक्ति से यह दुरुह कार्य सम्भव हो सका। उन्होंने जानकारी दी कि डी. आर. डी. ए. के कर्मचारियों व अधिकारियों की अधिवर्षता आयु 58 से बढ़ाकर अब 60 वर्ष कर दी गई है, तथा 18 जुलाई को जारी शासनादेश के माध्यम से अब जिला ग्राम्य विकास अभिकरणों में सीधी भर्ती से नियुक्त लगभग 995 कर्मचारियों का संविलियन ग्राम्य विकास विभाग में कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से ही यह कार्य हो सका है।
इस मौके पर ग्राम्य विकास विभाग के राज्यमंत्री ओमकार सिंह यादव ने भी सभी कर्मचारियों को मनचाही मुराद मिलने पर बधाई देते हुए कहा कि अब प्रदेश के हित और बेहतर ढंग से कर्तव्य का निर्वहन करें। प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास दीपक त्रिवेदी ने इस मौके पर ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को अच्छा काम करने के लिये बधाई देते हुये बताया कि भारत सरकार की बैठक में उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास विभाग की प्रशंसा की गई है। उन्होंने कहा कि अब सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को मेहनत से काम कर के दिखाना है, जिससे लोहिया आवास, इन्दिरा आवास, मनरेगा आदि कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से उ. प्र. में विकास की लहर दिखाई दे।
ग्राम्य विकास आयुक्त कामरान रिज़वी ने आज के दिन को ऐतिहासिक फैसले का दिन बताते हुये कहा कि डी. आर. डी. ए. के एम्प्लाइज हमेशा से अभूतपूर्व कार्य करते रहे हैं। सरकार की सभी ग्रामीण विकास योजनायें डी. आर. डी. ए. के माध्यम से ही कार्यान्वित होती हैं, अतः अब जबकि डी. आर. डी. ए. के कर्मचारियों को ग्राम्य विकास विभाग में मर्ज किया जा चुका है, उन्हें मेहनत से काम कर के दिखाना है। उन्होंने कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुये पूरी निष्ठा से काम करने का संकल्प लेने की बात भी कही।
इस अवसर पर राज्य कर्मचारी संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष आमोद प्रताप सिंह भदौरिया, प्रान्तीय उपाध्यक्ष हरि मोहन शर्मा, प्रान्तीय महामंत्री रवीन्द्र कुमार शुक्ल तथा संघर्ष समिति के चेयरमैन शिव वरन सिंह यादव भी उपस्थित थे। सभी ने मुक्तकंठ से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, अरविन्द सिंह ‘गोप’ और ओमकार सिंह यादव को इस अभूतपूर्व फैसले के लिए धन्यवाद दिया।
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