शिक्षा विभाग का एक अफसर दलित वर्ग की युवती का नौकरी दिलाने के नाम पर यौन शोषण करता रहा। लंबा समय गुजर जाने के बाद युवती ने सवाल किया, तो अफसर ने गालियाँ देते हुए भगा दिया। आरोपी अफसर का तबादला हो चुका है, लेकिन पुनः बदायूं आने वाला है।
बरेली जिले की निवासी दलित वर्ग की एक युवती का आरोप है कि बदायूं के उप बेसिक शिक्षा अधिकारी सोमनाथ विश्वकर्मा ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर यौन शोषण किया। लंबे समय तक यौन शोषण करने के बाद सोमनाथ ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए युवती को गालियाँ देकर भगा दिया।
पीड़ित पुलिस व प्रशासन के अफसरों की शरण में गई, लेकिन उसकी गुहार किसी ने नहीं सुनी, जिसके बाद पीड़ित युवती ने न्यायालय की शरण ली। प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के बाद न्यायालय ने पुलिस को मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना करने का आदेश पारित किया है। बता दें कि वर्तमान में पीड़ित युवती बदायूं के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में स्थित अलापुर मार्ग के आसपास रहती है, साथ ही आरोपी सोमनाथ का गैर जनपद तबादला हो चुका है, पर सूत्रों का कहना है उच्च न्यायालय ने तबादला आदेश स्टे कर दिया है, लेकिन स्टे आदेश अभी तक विभाग को प्राप्त नहीं हुआ है।