दायूं जिले में यौन उत्पीड़न की शिकार 20 माह की बच्ची को जिला महिला अस्पताल में उपचार भी नहीं मिल सका। पीड़ित बच्ची को बरेली के लिए रेफर कर दिया गया है। मनमानी करने वाली लापरवाह अनुपस्थित डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दे दिए गये हैं।
उल्लेखनीय है कि बरेली हाई-वे पर स्थित कस्बा बिनावर में थाने के पीछे लगभग सौ मीटर दूर शाम छः बजे के आस-पास विवेक नाम के रिश्ते का चाचा 20 महीने की बच्ची को खिलाने के बहाने पड़ोस के घर में ले गया था, जहाँ वह एकांत में बच्ची का यौन उत्पीड़न करने लगा। दरिंदे चाचा को भीड़ ने पकड़ लिया था। भीड़ ने पिटाई के बाद दरिंदे चाचा को पुलिस के हवाले कर दिया था। बिनावर थाना पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेने के बाद पीड़ित बच्ची को मेडिकल परीक्षण और उपचार के लिए जिला महिला अस्पताल भेज दिया था।
जिला महिला अस्पताल में पीड़ित बच्ची को उपचार नहीं मिला और न ही उसका मेडिकल परीक्षण हुआ, क्योंकि ड्यूटी पर तैनात डॉ. नाजिया अख्तर नहीं थी, इस बीच तेजतर्रार एएसपी (सिटी) जिला महिला अस्पताल पहुंच गये, उन्हें जानकारी हुई, तो वे चौंक गये। एएसपी (सिटी) ने प्रशासनिक अफसरों को अवगत करा दिया। सूत्रों का कहना है कि एएसपी (सिटी) की संस्तुति पर लापरवाह डॉक्टर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दे दिए गये हैं। बताते हैं कि डॉ. नाजिया अख्तर की अनुपस्थिति में कार्यभार संभालने वाली डॉक्टर भी नदारद थी। यह भी बता दें कि डॉ. नाजिया अख्तर के पति अब्दुल कय्यूम अस्पताल के गेट पर ही एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड करते हैं, जो पत्नी के पद का खुल कर दुरूपयोग करते हैं।
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