शाहजहाँपुर के कथित संत व पूर्व गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद की ओर से एक कुतर्क फैलवाया जा रहा है कि उससे रूपये मांगे गये, उसने रूपये नहीं दिए, इसलिए उस पर आरोप लगा दिए गये, वह निर्दोष है। पीड़ित छात्रा और चिन्मयानंद के आरोपों पर एसआईटी जांच कर रही है लेकिन, जो वीडियो वायरल हुए हैं, उनके आधार पर ही बात की जाये तो, चिन्मयानंद रूपये मांगने के बावजूद भी निर्दोष साबित नहीं हो रहा।
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शाहजहाँपुर से पीड़ित छात्रा की ओर से एक दर्जन से अधिक वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें कुख्यात कथित संत चिन्मयानंद की पीड़ित छात्रा तेल से मालिश करती नजर आ रही है। निर्वस्त्र चिन्मयानंद छात्रा से अश्लील बातें करते हुए भी दिख रहा है, इसी तरह एक वीडियो और वायरल हुआ है, जिसमें कई लड़के और छात्रा चलती गाड़ी में रूपये मांगने और मैसेज भेजने की चर्चा करते नजर आ रहे हैं, इसी वीडियो को लेकर चिन्मयानंद और उसके कथित समर्थक उत्साहित नजर आ रहे हैं।
वायरल वीडियो की सत्यता एसआईटी ही परखेगी, फिर भी हाल-फिलहाल दोनों पक्षों के वीडियो सत्य ही मान लिए जायें, तो भी चिन्मयानंद निर्दोष साबित नहीं हो रहा। वह अपने ही कॉलेज की छात्रा के सामने नंगा कैसे हो सकता है, वह अपने ही कॉलेज की छात्रा को सहवास करने का ऑफर कैसे दे सकता है, वह संत होकर ऐसा सोच भी कैसे सकता है, उसने कानून से पहले सामाजिक अपराध किया है, जो छात्रा की ओर से रूपये मांगने के बावजूद भी कम नहीं होता।
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