अपराधियों और आरोपियों के विरुद्ध सरकार का रुख नरम होने का संकेत चला जाये तो, वही होता है, जिसकी संभावना पिछले दिनों पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने व्यक्त की थी। यौन उत्पीड़न के आरोपी चिन्मयानंद की अफसर आरती उतारते नजर आ रहे हैं एवं पुलिस की जाँच में दोष सिद्ध होने के बावजूद अफसर आदरणीय कहते नजर आ रहे हैं।
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उन्नाव कांड के बारे में बात करते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को माननीय संबोधित किया था, इसके सवाल पर पिछले दिनों पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा था कि वरिष्ठ अफसरों को ऐसे संबोधनों से बचना चाहिए, वरना नीचे के अफसर पूज्यनीय और आदरणीय कहेंगे। विक्रम सिंह की बात एक दम सही साबित हुई है। यौन उत्पीड़न के आरोपी चिन्मयानंद के बारे में जानकारी देते हुए शाहजहाँपुर के एडीएम (प्रशासन) सर्वेश दीक्षित आरोपी का नाम तक नहीं ले रहे, वे आरोपी को आदरणीय स्वामी जी संबोधित करते नजर आ रहे हैं। बता दें कि शासनादेश के क्रम में सरकारी वकील को न्यायालय में मुकदमा वापस करने की कार्रवाई करने का निर्देश सर्वेश दीक्षित द्वारा ही दिया गया है।
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यह भी बता दें कि 26 फरवरी को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी शाहजहाँपुर स्थित आरोपी के आश्रम में आये थे और यहाँ सरकारी योजनाओं के पात्रों को लाभान्वित करने के बाद भोजन किया था, जिसके बाद 3 मार्च को आरोपी के जन्मदिन के अवसर पर सीडीओ और उक्त एडीएम (प्रशासन) ने आरती उतार कर आरोपी का पूजन किया था, ऐसे में अपराधियों का मनोबल बढ़ना स्वभाविक ही है।
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उल्लेखनीय है कि चिन्मयानंद के विरुद्ध शाहजहाँपुर स्थित कोतवाली में वर्ष- 2011 में यौन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया गया था। आरोपी ने गिरफ्तारी पर उच्च न्यायालय से गिरफ्तारी पर स्टे प्राप्त कर लिया था। भाजपा सरकार आने के बाद आरोपी की शक्ति इस हद तक बढ़ गई कि उच्च न्यायालय से मुकदमा वापस ले लिया और उत्तर प्रदेश सरकार से मुकदमा वापस करने का पत्र जारी करा दिया, जिसके क्रम में सरकारी वकील ने न्यायालय में सहमति पत्र दाखिल कर दिया है, वहीं पीड़ित ने आपत्ति दायर कर दी है, जिस पर 15 मई को सुनवाई होगी।
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उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की मनमानी के विरोध में देश भर में लोग खुल कर बोल रहे हैं। यौन उत्पीड़न के आरोपी पूर्व गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद का मुकदमा वापस लेने पर आईएएस, आईपीएस अफसर, सेलिब्रेटी और भाजपा के ही समर्थक खुल कर विरोध में बोलते नजर आ रहे हैं।
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