उत्तर प्रदेश के हालात अफगानिस्तान जैसे होते जा रहे हैं। प्रदेश के किसी भी कोने में महिलायें सुरक्षित नहीं हैं। स्तब्ध कर देने वाली बात यह है कि यादव, सपाई और पुलिस भी महिलाओं का शोषण करने में पीछे नहीं हैं, जबकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव स्वयं कानून व्यवस्था संभालने की बात कह चुके हैं।
जिला मैनपुरी की पुलिस लाइन में तैनात राजेश यादव नाम के सिपाही ने पड़ोसी के घर में घुस कर नाबालिग लड़की का यौन शोषण किया, साथ ही घटना के संबंध में चर्चा करने पर धमकी भी दी। 4 अप्रैल की घटना है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी सिपाही को जेल भेज दिया है।
इसी तरह जिला गोंडा में सपा नेता से मिलने आई लड़की सामूहिक यौन शोषण का शिकार हुई है। सपा जिला सचिव राजिक उस्मानी सहित तीन लोगों के विरुद्ध नवाबगंज थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने से बचती नजर आ रही है।
जिला बदायूं की कोतवाली बिसौली क्षेत्र के गाँव परवेजनगर में मुनीश यादव नाम का शख्स अकेली पाकर एक विवाहिता के घर में घुस गया और साथियों की मदद से उसका जमकर यौन शोषण किया। पीड़ित ने कोतवाली में तहरीर दे दी है।