किरन कांत
योग गुरु के रूप में पहचान बना चुके बाबा रामदेव के भाई और गार्डों ने हरिद्वार में आज जमकर तांडव किया। ट्रक यूनियन से हुई भिड़ंत में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है एवं दो अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस ने रामदेव के भाई सहित कई लोगों को हिरासत में ले लिया है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने घटना को लेकर निष्पक्ष जाँच कराने का आश्वासन दिया है।
उत्तराखंड में जिला हरिद्वार के थाना पथरी क्षेत्र में स्थित फूड एंड हर्बल पार्क में बुधवार को स्थानीय ट्रक यूनियन और रामदेव के गार्डों के बीच जमकर गोली चली एवं पत्थरबाजी हुई। बताते हैं कि विवाद पिछले एक वर्ष से चल रहा है। फिलहाल कल शाम से यूनियन के पदाधिकारियों ने बाहर से आने वाले ट्रकों को रोकना शुरू किया, तो मामला पुलिस के पास जा पहुंचा। आज सुबह ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों को थाने बुलाया गया था, इस बीच रामदेव के गार्डों ने यूनियन के ट्रकों और कार्यालय में तोड़फोड़ शुरू कर दी। पदाधिकारियों ने विरोध किया, तो गार्डों ने उन पर भी पथराव और धारदार हथियारों से हमला बोल दिया एवं फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें दलजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया, लेकिन रामदेव के आताताई गार्डों ने उसे उठाने तक नहीं दिया, जिससे उसने मौके पर ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। बताते हैं कि गुंडों के रूप में सशत्र गार्डों का नेतृत्व रामदेव का भाई रामभरत कर रहा था। यह भी बता दें कि रामभरत और गार्डों द्वारा कानून हाथ में लेने की यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी यह लोग तांडव करते रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने रामभरत सहित आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया है। पार्क से हथियार व गोलियां भी बरामद हुई हैं।
लकसर क्षेत्र के सीओ बीएस चौहान ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत हो गई है एवं दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहाँ उनका उपचार चल रहा है। हरिद्वार की एसएसपी स्वीटी अग्रवाल ने बताया कि घटना की जाँच की जा रही है। मौके पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं, जिन्हें देखा जा रहा है। जो भी दोषी होगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कराई जायेगी, वहीं पथरी ट्रक यूनियन के महामंत्री बलवीर सिंह का कहना है कि पतंजलि हर्बल फूड पार्क को यहाँ से नहीं हटाया गया, तो वे फूड पार्क के बाहर ही आत्म दाह कर लेंगे।
उधर घटना को लेकर देहरादून में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पुलिस घटना की निष्पक्ष जांच कर रही है और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई भी की जायेगी, वहीं रामदेव के कुछ समर्थक रामभरत को छोड़ने की मांग करते हुए नारेबाजी व प्रदर्शन कर रहे हैं।