बदायूं के जिलाधिकारी पवन कुमार धीरे-धीरे फॉर्म में आ रहे हैं। गुरूवार को जिलाधिकारी के निशाने पर पूर्ति विभाग आ गया। जिलाधिकारी ने दातागंज स्थित उत्तर प्रदेश राज्य खाद्य एवं आवश्यक वस्तु निगम के गोदाम पर भी छापा मारा, जहाँ स्टॉक तो सही मिला, लेकिन गोदाम प्रभारी विजय कुमार कांटा और बाट जांच का प्रमाण पत्र नहीं दिखा सके। डीएम ने विभागीय टीम भेजकर कांटे और बाट की जांच कराने के कड़े निर्देश दिए हैं।
दातागंज में उत्तर प्रदेश राज्य खाद्य एवं आवश्यक वस्तु निगम के गोदाम पर जिलाधिकारी के पहुँचते ही हड़कम्प मच गया। गोदाम पर कार्य कर रहे श्रमिकों की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर डीएम ने श्रमिकों को हटाकर नए मजदूर रखने के निर्देश दिए हैं। गोदाम से 87 कोटेदार प्रत्येक माह की 23 तारीख से अंतिम तारीख तक माल उठाते हैं। 29 कोटेदारों द्वारा अब तक खाद्यान नहीं उठाया गया है। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को निर्देश दिए है कि सभी कोटेदारों को खाद्यान्न अपने सामने उठवाएं।
गोदाम प्रभारी विजय कुमार यदि एसडीएम की अनुपस्थिति में किसी कोटेदार को खाद्यान्न दे दें, तो गोदाम प्रभारी के विरुद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज कराई जाए। जिलाधिकारी ने अपने सामने उप जिलाधिकारी दातागंज हरिराम यादव तथा जिलापूर्ति अधिकारी रामेन्द्र प्रताप सिंह से खाद्यान्न का स्टॉक चेक कराया, तो गेहूँ के 2992 कट्टे, चावल 2274 एवं चीनी के 181 कट्टे मौजूद पाए गए, जो स्टॉक रजिस्टर के अनुरूप सही थे।