बदायूं में गांधी नगर स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर पत्रकार वार्ता आयोजित की गई, जिसमें जिलाध्यक्ष बनवारी सिंह यादव ने सदर विधायक आबिद रजा और उनकी पत्नी नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष फात्मा रजा को पार्टी से निष्कासित करने की विधिवत घोषणा की। उन्होंने कहा कि आबिद रजा और फात्मा रजा पार्टी की बैठकों में लंबे से भाग नहीं ले रहे थे, साथ ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे, जिससे उनको प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निष्कासित कर दिया।
सवाल पर उन्होंने कहा कि सांसद धर्मेन्द्र यादव द्वारा कराये गये विकास कार्यों के बारे में जनपद का बच्चा-बच्चा जानता है, इसलिए मनगढ़ंत आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। देर से कार्रवाई करने के सवाल पर पार्टी महासचिव सुरेश पाल सिंह चौहान ने कहा कि कार्रवाई पार्टी के संविधान के अनुरूप की जाती है, इसलिए नोटिस और जवाब आने की प्रक्रिया में समय लगता है।
विधायक द्वारा हत्या की आशंका जताने के सवाल पर उत्तर प्रदेश श्रम संविदा सलाहकार बोर्ड के नव-नियुक्त अध्यक्ष मौलाना यासीन अली उस्मानी ने धर्मेन्द्र यादव के हवाले से कहा कि अगर, उनकी आशंका सच पाई गई, तो उन्हें प्रशासन और सुरक्षा मुहैया करायेगा, साथ ही सांसद ने कहा है कि वे स्वयं गृह मंत्रालय तक सिफरिश करेंगे।
उधर राज्यमंत्री ओमकार सिंह यादव ने कहा कि कार्यकर्ता चुनाव की तैयारियों पर ध्यान दें, इस तरह के प्रकरणों पर ध्यान न दें, इस सब पर नजर रखने के लिए पार्टी के नेता हैं, जो सही निर्णय लेंगे। कार्यकर्ता योजनाओं के बारे में जन-जन के बीच प्रचार-प्रसार करें। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि अवधेश यादव, विधायक आशीष यादव, गुलफाम सिंह यादव, बलवीर सिंह यादव, प्रभात अग्रवाल और अशोक यादव सहित तमाम लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।