सत्ता पक्ष के लोग इतनी ओछी हरकतों पर उतर आये हैं कि पत्थरों पर लिखा उनका नाम मिटा कर रहे हैं और अपना नाम लिख रहे हैं, इसकी शिकायत जिलाधिकारी और राज्यपाल से की जायेगी। उक्त आक्रोश बदायूं की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम यादव ने व्यक्त किया।
बदायूं स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए पूनम यादव ने कहा कि उन्होंने जिला पंचायत के इतिहास में रिकॉर्ड स्तर पर विकास कार्य कराये। उद्घाटन और शिलान्यास से संबंधित पत्थर भी लगे, जिन पर अध्यक्ष के रूप में उनका नाम अंकित था, जिसे सत्ता पक्ष के लोग न सिर्फ मिटा रहे हैं, बल्कि पत्थर पर अपना नाम भी लिख रहे हैं, जो ओछी हरकत ही कही जायेगी।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने कार्यकाल में सभी को सम्मान दिया और सबको साथ लेकर चलने का प्रयास किया, लेकिन सत्ता पक्ष के लोग द्वेष के चलते यह सब कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन पत्थरों पर नाम बदले गये हैं, वे उस सत्र के हैं, जिसमें वर्तमान अध्यक्ष थी ही नहीं, इसके बावजूद नाम बदल दिया गया। उन्होंने कहा कि पत्थर पर नाम बदलने की वह जिलाधिकारी और राज्यपाल से शिकायत करेंगी।
विद्रोही विधायक के बयान पर उन्होंने कहा कि यह उनका आपस का मामला है, लेकिन इतना अवश्य कहूंगी कि चार वर्षों से यह सब याद नहीं आया। जिला पंचायत में हुए बवाल पर उन्होंने कहा कि जिला पंचायत बोर्ड होता है, जिसकी अपनी गरिमा है, वहां पुलिस का पहुंचना दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।
पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने विधान सभा चुनाव लड़ने के स्पष्ट संकेत दिए। विधान सभा क्षेत्र को लेकर उन्होंने स्पष्ट तो कुछ नहीं कहा, लेकिन दातागंज क्षेत्र से लड़ने का इशारा कर गईं।