बदायूं में मंगलवार को आयोजित होने वाला प्रेरणा दिवस चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रारूप तैयार होने वाले दिन से ही प्रेरणा दिवस पर ग्रहण लगता आ रहा है। सब कुछ शांत होने के बाद अफसर समारोह की सफलता में जुटे हुए थे, तभी खबर मिली कि प्रेरणा दिवस का निमंत्रण पत्र बड़ा इशू बन गया है। प्रशासनिक अफसर इशू को समाप्त करने की जगह राजनीति करते नजर आ रहे हैं।
जी हाँ, प्रेरणा दिवस समारोह सफलता पूर्वक आयोजित कर पाना अफसरों के लिए बड़ा मुश्किल कार्य साबित हो रहा है। पहले समारोह बदायूं क्लब के प्रांगण में आयोजित होना था, लेकिन बड़े साहब ने जगह बदलवा कर मंडी समिति का प्रांगण करा दिया। समारोह का मुख्य अतिथि बनने के लिए सांसद धर्मेन्द्र यादव से समय माँगा गया, तो व्यस्तताओं के चलते उन्होंने मना कर दिया, इसके बाद अफसरों ने मंत्रणा कर ग्राम्य विकास राज्यमंत्री ओमकार सिंह यादव को मुख्य अतिथि बनाया। अध्यक्ष दर्जा राज्यमंत्री व सपा जिलाध्यक्ष बनवारी सिंह यादव एवं दर्जा राज्यमंत्री व सदर विधायक आबिद रजा, विधायक आशुतोष मौर्य एवं विधायक आशीष यादव को विशिष्ट अतिथि बनाने की सहमति लेते हुए निमंत्रण पत्र छपवा कर बाँट दिए, साथ ही अफसर समारोह की तैयारी में जुट गये।
प्रेरणा दिवस मंगलवार को मनाया जायेगा, इस दिन तहसील दिवस भी आयोजित किया जाता है, जिसको लेकर फिर समस्या उत्पन्न हो गई। प्रेरणा दिवस में सभी अफसरों को रहना था और तहसील दिवस में भी अफसरों का रहना अनिवार्य होता है, जिस पर अफसरों के बीच जमकर राजनीति होने लगी, लेकिन देर शाम शासन से सूचना आई कि मंगलवार को छुट्टी घोषित कर दी गई है, तो राजनीति का शिकार होने वाले अफसरों के चेहरे खिल गये और तेजी से समारोह को सफल बनाने की तैयारी में जुट गये।
देर शाम फिर खबर आई कि प्रेरणा दिवस का निमंत्रण पत्र इशू बना लिया गया है। एक दर्जा राज्यमंत्री को निमंत्रण पत्र में तीसरे नंबर पर अपने नाम को लेकर घोर आपत्ति हो गई। सूत्रों का कहना है कि दर्जा राज्यमंत्री ने अफसरों से कह दिया कि निमंत्रण पत्र से उनका नाम हटा दिया जाये और वह समारोह में भी नहीं आयेंगे, यह सुनने के बाद अफसरों की चिंता फिर सातवें आसमान पर पहुंच गई है, जबकि निमंत्रण पत्र नियमानुसार और वरिष्ठता क्रम के अनुसार सही छपवाया गया है।
यहाँ यह भी बता दें कि मुख्य विकास अधिकारी प्रताप सिंह भदौरिया सुबह 8 बजे से रात के 11 बजे तक दौरे, बैठक और समीक्षा करते हैं, साथ ही उदासीन कर्मचारियों को जमकर हड़काते हैं। उन्होंने कार्यालय के साथ जिले भर की व्यवस्था सुधारने में बड़ी मेहनत की है, जिससे वे लोकप्रिय भी हो गये हैं, इसीलिए कुछेक अफसर उनसे ईर्ष्या करने लगे हैं। प्रशासनिक अफसर विकास विभाग पर हावी नहीं हो पा रहे हैं, जिससे उनके कई तरह के हिस्से हाल-फिलहाल बंद चल रहे हैं, ऐसे अफसर सीडीओ प्रताप सिंह भदौरिया की सपा नेताओं से रंजिश कराने में जुट गये हैं। प्रेरणा दिवस में लगातार लग रहे ग्रहण राजनैतिक अफसरों का षड्यंत्र ही है, ऐसे में विशेष ध्यान देने की बात यह है कि मंगलवार को प्रेरणा दिवस समारोह सफलता पूर्वक और विवाद रहित आयोजित हो सकेगा, या नहीं।