बदायूं में आयोजित किये गये प्रेरणा दिवस समारोह को लेकर जैसी आशंका व्यक्त की जा रही थी, ठीक वैसा ही हुआ। समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं का अहंकार, ईर्ष्या और गुटबाजी खुलकर सामने आ गई। स्थानीय सपा नेताओं का अहंकार इस सीमा तक पहुंच गया है कि वे वरिष्ठता क्रम के अनुसार सार्वजिनक रूप से एक-दूसरे को सम्मान तक देने को तैयार नजर नहीं आ रहे, इसीलिए प्रेरणा दिवस समारोह में कई नेता नहीं पहुंचे। हालांकि समारोह में न पहुंचने के कारण कुछ और ही बताये जा रहे हैं, लेकिन सच यही है कि प्रोटोकॉल के विपरीत कुछ नेता समारोह में मुख्य अतिथि बनना चाहते थे, जो संभव नहीं हो सका। यहाँ यह भी बता दें कि जिले के सपा नेता सांसद धर्मेन्द्र यादव को ही नेता मानते हैं, उनके अलावा बाकी सब स्वयं को नेता मानते हैं, जिससे पार्टी में कई गुट बनते जा रहे हैं, जबकि एक समय ऐसा था, जब एकता की मिसाल सिर्फ समाजवादी पार्टी के नेता ही माने जाते थे। ध्यान देने हेतु महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि जिस प्रकार सांसद सभी को सम्मान देते हैं और बराबर मानते हैं, वैसे ही राज्यमंत्री ओमकार सिंह यादव भी किसी से ईर्ष्या नहीं रखते, वे कभी किसी की आलोचना और निंदा नहीं करते, इसके बावजूद जिले के कुछ नेता उनसे भी दूरी बनाये हुए हैं।
खैर, सपा नेताओं के अहंकार, गुटबाजी और ईर्ष्या को दरकिनार कर दिया जाये, तो प्रेरणा दिवस समारोह सफल रहा। मुख्य अतिथि ग्राम्य विकास राज्यमंत्री ओमकार सिंह यादव ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शानदार शुभारंभ किया। ककराला मार्ग पर स्थित मण्डी समिति में उत्तर प्रदेश राज्य आजीविका मिशन के अंतर्गत आयोजित किये गये प्रेरणा दिवस समारोह में मुख्य अतिथि राज्यमंत्री ओमकार सिंह यादव ने कहा कि राज्य आजीविका मिशन के तहत न केवल महिलाओं की स्वरोजगार के माध्यम से गरीबी दूर होगी, बल्कि समूहों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को बल मिलेगा और वह आत्मनिर्भर तथा स्वाबलम्बी भी बन सकेंगी। उन्होंने कहा कि इस मिशन को शुरू करने की मूल भावना ही यही है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बने और उनको अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए अपने परिवार वालों के सामने हाथ न फैलाना पड़े।
दर्जा राज्यमंत्री और सपा जिलाध्यक्ष बनवारी सिंह यादव की जगह समारोह की अध्यक्षता कर रही जिला पंचायत की अध्यक्ष मधु चन्द्रा ने कहा कि इसी प्रकार दिन-प्रतिदिन महिलाओं के समूहों के गठन में इजाफा होता रहा, तो जनपद की कोई भी महिला किसी पर निर्भर नहीं रहेगी। उन्होंने महिलाओं के विशाल समूह को देख कर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि गरीब ग्रामीण परिवारों की प्रत्येक महिला को एनआरएलएम से जोड़ा जाए और उन्हें हुनरमन्द बनाकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाए।
समारोह में सांसद धर्मेन्द यादव के प्रतिनिधि अवधेश कुमार यादव व जिलाधिकारी सीपी त्रिपाठी ने भी विचार व्यक्त किये, लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौमित्र यादव का भाषण सराहनीय रहा। उन्होंने महिलाओं के हित में सरकार द्वारा चलाई जा रहीं योजनाओं की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा हेतु 1090 महिला हेल्पलाइन, महिला सम्मान प्रकोष्ठ तथा घरेलू हिंसा एवं महिलाओं तथा लड़कियों के साथ छेड़छाड, एसिड की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का लाभ उठायें और विभिन्न प्रकार की परेशानियों तथा समस्याओं से छुटकारा पायें।
समारोह में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन पर आधारित प्रेरणा एक पहल नामक पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। समारोह के सफल आयोजन के लिए सीडीओ प्रताप सिंह भदौरिया और उपायुक्त आरपी सिंह की प्रशंसा की गई, इस अवसर पर बिसौली के विधायक आशुतोष मौर्य, दातागंज के पूर्व विधायक प्रेमपाल सिंह यादव और बलवीर सिंह यादव सहित अन्य तमाम गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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