भारतीय जनता पार्टी के अधिकाँश नेता मीडिया तक ही सीमित रहते हैं, तभी भाजपा का संगठन खड़ा नहीं हो पा रहा है, ऐसे नेताओं के बीच एक युवा नेता जमीनी स्तर पर जुटा नजर आ रहा है। भाजयुमो जिलाध्यक्ष कुलदीप वार्ष्णेय पार्टी को मजबूत करने के उददेश्य से पद यात्रा पर निकलने जा रहे हैं, जिससे मठाधीशों की नींद उड़ गई है।
बदायूं जिले में कुलदीप वार्ष्णेय के भाजयुमो जिलाध्यक्ष बनने के बाद से ही भाजपा नजर आनी शुरू हुई है। भाजयुमो का संगठन बूथ स्तर तक सक्रीय है और हर आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भाग लेता है। संगठन को और मजबूत करने के उददेश्य से कुलदीप वार्ष्णेय ने पद यात्रा पर निकलने का निर्णय लिया है, इस दौरान वह रात्रि विश्राम भी गाँवों में ही करेंगे।
बदायूं में स्थित प्रसिद्ध बिरुआबाड़ी मन्दिर में पूजा-अर्चना के बाद कुलदीप वार्ष्णेय 18 फरवरी से यात्रा की शुरुआत करेंगे। इस यात्रा के लिए उन्हें व्यापक स्तर पर जनसमर्थन मिलता नजर आ रहा है, वहीं सिर्फ मीडिया में बयान देकर राजनीति करने वाले भाजपाइयों की नींद उड़ गई है, वे इस युवा नेता की यात्रा को असफल कराने के षड्यंत्र भी रचते नजर आ रहे हैं। दिल्ली में गुटबाजी का भाजपा शिकार हो चुकी है, इसके बावजूद नेता सबक लेने को तैयार नजर नहीं आ रहे। जैसे दिल्ली में 28 लाख कार्यकर्ता बनाने का दावा किया गया और भाजपा बुरी तरह हार गई, वैसे ही बदायूं में भी पिछले दिनों एक लाख नये कार्यकर्ता बनाने का दावा किया गया था, लेकिन जमीनी स्तर पर कार्यकर्ता दूर तक आज भी नजर नहीं आ रहे, ऐसे में कुलदीप वार्ष्णेय की यात्रा भाजपा के लिए संजीवनी का कार्य करेगी।