बरेली जोन के आईजी के निर्देश पर बदायूं जिले के आपराधिक प्रवृत्ति के 11 सिपाहियों को चिन्हित किया गया था, जिन्हें विभिन्न जनपदों में स्थानांतरित कर दिया गया था, लेकिन ऊंची राजनैतिक पहुंच रखने वाले सिपाहियों को पुनः बदायूं जिले में भेज दिया गया, जिनमें दो थाना सिविल लाइन में ही तैनात हैं, उनमें से एक सिपाही आज भी खुलेआम मनमानी करता नजर आ रहा है।
सिपाही की मनमानी का खुलासा तब हुआ, जब आज बदायूं के व्यस्ततम चौराह लाबेला पर कार लॉक हो गई। बताते हैं कि शाम चार बजे के करीब एक सिपाही आई- 10 नंबर- DL4C AQ- 0281 से लाबेला चौराहे पर आया और कार में चाबी लगी छोड़ कर होटल में चला गया। लौट कर आया, तो कार लॉक हो चुकी थी, इस बीच चारों दिशाओं में वाहनों के निकलने में समस्या उत्पन्न होने लगी, लेकिन ड्यूटी पर मौजूद सिपाही कुछ नहीं कर रहे थे। सूचना मिलते ही और भी कई सिपाही और दरोगा मौके पर आ गये, तो लोगों को शक हुआ।
जानकारी करने पर पता चला कि यह कार एक हत्यारे से बरामद की गई थी, लेकिन सिपाही खुलेआम चला रहा है। सूत्रों ने यह भी बताया कि इस सिपाही के पास एक और कार है, जो सीज बताई जाती है, लेकिन राजनैतिक पहुंच के चलते अफसर इस सिपाही का कुछ नहीं कर पा रहे हैं, जबकि आज एक घंटे से भी ज्यादा देर तक लाबेला चौराहे पर पुलिस विभाग की फजीहत होती रही। ताली बनाने वाले व्यक्ति ने बड़ी मुश्किल से डेढ़ घंटे में कार खोली, तब कार वहां से हटाई जा सकी, इस प्रकरण से थानाध्यक्ष अजय कुमार यादव भी अनभिज्ञ नजर आये। उन्होंने कहा कि लाबेला चौक पर कार ले जाने की जानकारी उन्हें नहीं है।