बदायूं जिले में यौन उत्पीड़न की वारदातों पर रोक नहीं लग पा रही है। नाबालिग लड़की को दो लोग बहला-फुसला कर लेकर गये और फिर उसे 15 दिन बाद मुक्त किया, इस दौरान उसका बेरहमी से यौन उत्पीड़न किया गया। मुक्त होने के बाद लड़की घर आई, तब वारदात का खुलासा हुआ, जिसके बाद विधवा माँ ने पुलिस को भयावह दास्ताँ बताई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी नहीं किये गये हैं।
सहसवान कोतवाली क्षेत्र के गाँव बाजपुर में एक मुस्लिम विधवा जैसे-तैसे परिवार का भरण-पोषण कर रही है, उसके घर गाँव भवानीपुर का भूरे और गाँव शाहपुर ताहरखेड़ा का तहव्वर आते रहते हैं, जिन पर विधवा और उसके बच्चे विश्वास करते हैं। बताते हैं कि 25 जून को विधवा खेत पर थी, तब भूरे और तहव्वर विधवा के घर आ गये और फिर उसकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसला कर बाइक पर बैठा ले गये। खेत से लौटने पर विधवा ने बेटी को घर नहीं पाया, उसने रात-दिन बेटी की खोजबीन में लगा दिए, लेकिन उसे कहीं सफलता नहीं मिली।
आरोपियों ने मुक्त कर दिया, तो 10 जुलाई को बेटी स्वतः घर लौट आई और फिर उसने माँ को उसके साथ हुई घटना बताई। नाबालिग लड़की का 15 दिनों तक सामूहिक रूप से बेरहमी के साथ यौन उत्पीड़न किया गया। विधवा बेटी को लेकर कोतवाली पहुंची, तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया एवं लड़की को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया, लेकिन अभी तक पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के भी प्रयास नहीं किये हैं। कोतवाली प्रभारी इन्द्रेश सिंह चाहर का कहना है कि पीड़ित को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा है, जिसकी रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जायेगी।
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