बदायूं जिले में आपराधिक किस्म के लोगों के हौसले इतने बुलंद होते जा रहे हैं कि अब पुलिस पर भी हमला करने लगे हैं। बीती रात दबंगों ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा लिखाया गया है, लेकिन पुलिस किसी को भी अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। कोतवाली सहसवान में भी हत्यारोपी को छुड़ाने के लिए भीड़ ने धावा बोल दिया, जिससे कई सिपाहियों को चोटें आई हैं।
घटना इस्लामनगर थाना क्षेत्र के कस्बा नूरपुर पिनौनी की है। बताया जाता है कि बस अड्डे पर राम जी नाम के युवक की पकौड़े की दुकान है, उसकी दुकान पर कुछ लोग खुलेआम बैठे शराब पी रहे थे, तभी चौकी प्रभारी संजीव चौधरी सिपाहियों के साथ पहुंच गये। सिपाहियों ने शराबियों को खदेड़ दिया और राम जी को हिदायत दी कि वो आगे से दुकान पर किसी को शराब न पीने दे, इस पर राम जी बौखला गया और उसने अपने भाईयों को बुला लिया। राम जी और उसके भाई ग्रीश सिंह व विकट सिंह आदि ने पुलिस पर हमला कर दिया।
पुलिस के साथ मारपीट कर सभी भाग गये। पुलिस की ओर से चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बीती रात सीओ बिल्सी ने घटना स्थल का दौरा किया और नामजदों को गिरफ्तार करने के निर्देश भी दिये। आज एसएसपी सौमित्र यादव भी थाना इस्लामनगर पहुंचे और उन्होंने घटना से संबंधित जानकारी ली, साथ ही नामजदों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बता दें कि सभी नामजद अपराधी किस्म के लोग हैं, इनकी इलाके में लंबे समय से दहशत रही है, लेकिन कानूनी कार्रवाई से बचते रहे हैं। इस घटना से पुलिस की छवि पर विपरीत असर पड़ा है। लोगों का कहना है कि जब पुलिस खुद की साख नहीं बचा पा रही, तो आम आदमी की सुरक्षा कैसे कर पायेगी?
दूसरी घटना कोतवाली सहसवान की है। पुलिस गाँव भवानीपुर खैरू निवासी सद्दन को गिरफ्तार कर लाई। सद्दन एक महिला की हत्या में वांछित है, जिसे छुड़ाने के लिए गाँव से सैकड़ों लोग कोतवाली आ गये और सद्दन को जबरन ले जाने लगे। भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया, जिससे कई सिपाहियों को चोटें आई हैं। पुलिस ने एक दर्जन बाइक और एक ट्रैक्टर कब्जे में ले लिया है।