बदायूं जिले के तेजतर्रार कप्तान चन्द्रप्रकाश के निर्देश पर सीओ ने थाना इस्लामनगर क्षेत्र में हो रहे जूआ को आकस्मिक छापा मार कर पकड़ लिया। मौके से दस जुआरियों के साथ कई कारें और मोटी नकदी बरामद हुई है। हालाँकि सरगना व आसपास के जिलों के कई बड़े जुआरी भाग भी गये, फिर भी यह तो सिद्ध हो ही गया कि एसओ की जानकारी में जूआ हो रहा था, पर अभी तक विवादित एसओ रघुराज के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई है।
बताते हैं कि किसी ने तेजतर्रार कप्तान चन्द्रप्रकाश को सूचना दी कि इस्लामनगर थाना पुलिस की मिलीभगत से गाँव चंदोई के जंगल में बड़े स्तर पर जूआ हो रहा है। कप्तान ने बिल्सी के सीओ को जाँच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। जाँच में कप्तान को दी गई सूचना सही पाई गई, तो कप्तान के निर्देश पर ही सीओ ने आसपास के थानों के पुलिस बल के साथ मौके पर छापा मारा। छापा पड़ते ही भगदड़ मच गई, जिससे गाँव सिठौली के निवासी सरगना सहित आसपास के कई जिलों के बड़े जुआरी भागने में सफल रहे, लेकिन छापे में संभल जिले के कस्बा गुन्नौर निवासी तनवीर, रहमान, आशू, नाजिम, गुलफाम, शफीक, मुसब्बर एवं कस्बा बहजोई निवासी संजीव व कल्लू सहित दस जारी गिरफ्तार कर लिए गये हैं। मौके से बुलेरो, ऑल्टो, इंडिका और सेंट्रो कार के साथ ताश की गड्डियां व तीन लाख तीन सौ बीस रूपये भी बरामद हुए हैं। सीओ की जांच और सफल छापे से यह तो सिद्ध हो ही गया है कि थाना इस्लामनगर में तैनात विवादित एसओ रघुराज की भूमिका संदिग्ध है, इसके बावजूद एसओ के विरुद्ध अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। एसओ रघुराज पर ठाकुरों से घृणा करने का आरोप पहले ही लग चुका है।
यह भी बता दें कि बिसौली कोतवाली क्षेत्र के गाँव नागपुर-भानपुर के जंगल में लंबे समय से खुलेआम जूआ हो रहा है, जिसका वीडियो भी वायरल हो चुका है, लेकिन बिसौली कोतवाली पुलिस ने मौके पर जाना भी उचित नहीं समझा। जिले के कई क्षेत्रों में बड़े स्तर पर जूआ हो रहा है, जो पुलिस की मिलीभगत के चलते कारोबार का रूप लेता जा रहा है। कप्तान को अन्य क्षेत्रों में भी स्थानीय थाना पुलिस को बताये बिना कार्रवाई करानी होगी, तभी धंधा बंद हो सकेगा।
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