बदायूं लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय और युवा सांसद धर्मेन्द्र यादव आज संसद में छा गये। उन्होंने केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में मानक के अनुरूप आरक्षण लागू न करने का गंभीर प्रकरण उठाया। उन्होंने एच. आर. डी. मंत्री से केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के आरक्षित रिक्त पदों को शीघ्र भरने की अपील की।
लोकसभा में प्रश्नकाल के अंतर्गत बोलते हुये सांसद धर्मेन्द्र यादव ने एच. आर. डी. मंत्रालय के आंकडों का हवाला देते हुये कहा कि मंडल कमीशन में ओ. बी. सी. को केन्द्रीय नौकरियों में 27 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान रखा गया है, लेकिन वर्तमान में 41 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में पिछड़े वर्ग के मात्र 8 प्रतिशत शिक्षक कार्यरत है। उन्होंने मंत्री स्मृति ईरानी से तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील करते हुये पिछडों और दलितों को पूर्ण अधिकार देने की मांग की।
श्री यादव ने एच. आर. डी. मंत्रालय से केन्द्रीय विद्यालयों में ओ. बी. सी./एस. सी./एस.टी. शिक्षकों का विवरण माँगा था, जिसके अनुसार कुल स्वीकृत पद 16600 में से ओ. बी. सी. शिक्षकों के मात्र 1752 पद स्वीकृत हैं, जो मात्र 10.5 प्रतिशत हैं। वर्तमान पद 10672 हैं, जिनमें से ओ. बी. सी. 861 हैं, जो मात्र 8 प्रतिशत हुए। आंकडों के अनुसार ओ. बी. सी. के 891 पद रिक्त हैं, इसी तरह एस. सी./एस. टी. के भी 16600 में से कुल 3035 स्वीकृत पद हैं, जो मात्र 18 प्रतिशत हैं।