दलित की बारात में गुंडई करने वाले फरार हो गये हैं। पूरे घटनाक्रम पर सीओ नजर रखे हुए रहे हैं। एसओ ने आज पीएसी के साथ गाँव में जाकर डरे-सहमे लोगों के मन से दहशत दूर करने का प्रयास किया, लेकिन पीड़ित पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे।
उल्लेखनीय है कि इस्लामनगर थाना क्षेत्र के गाँव सैफुल्लागंज में सोहनपाल जाटव की बेटी की 8 जुलाई को जिला संभल के गाँव रामपुर मोहकम (तौमी) से बारात आई थी। शादी समारोह दिन में था। दोपहर लगभग एक बजे बैंड-बाजे के साथ बारात चढ़ रही थी, तभी ग्राम दबंग प्रधान यादुवीर यादव ने अपने सशस्त्र साथियों के साथ बारात पर धावा बोल दिया और जमकर मारपीट की, जिससे कई लोग घायल हो गये।
घटना के बाद डरे-सहमे लोग दूल्हा-दुल्हन सहित इस्लामनगर थाने में पहुंच गये और घटना से संबंधित तहरीर देते हुए सुरक्षा दिलाने की गुहार लगाई, लेकिन एसओ सीपी सिंह ने घटना को गंभीरता से नहीं लिया, जिससे पीड़ित दूल्हा-दुल्हन सहित देर रात तक थाने में ही जमे रहे। घटना अफसरों के संज्ञान में पहुंची, तो एसओ को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये। पुलिस की लापरवाही के चलते अगले दिन शादी की रस्में पूरी हो सकीं। दबंग यादुवीर सहित सात लोगों के विरुद्ध नामजद और कई अज्ञात के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
शनिवार को बिल्सी क्षेत्र के सीओ राजवीर सिंह ने गाँव में जाकर पीड़ित पक्ष को सांत्वना दी और भयमुक्त रहने को कहा, वहीं आज एसओ ने पीएसी के साथ जाकर डरे-सहमे लोगों में साहस उत्पन्न करने का प्रयास किया, लेकिन पीड़ित सोहनपाल जाटव पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नजर नहीं आ रहा। पीड़ित वरिष्ठ अफसरों से मिल कर सोमवार को आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग करेगा।
संबंधित खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें लिंक