बदायूं शहर के एक होनहार युवा आशुतोष सक्सेना ने ऐसी वेबसाइट बनाने में सफलता प्राप्त कर ली है, जो लॉन्च होते ही दुनिया भर में धूम मचा सकती है। आशुतोष की वेबसाइट दृष्टिहीन व विकलांग लोगों के जीवन में क्रांति ला सकती है। फिलहाल आशुतोष अपनी वेबसाइट को और अधिक प्रभावशाली बनाने में जुटे हैं, वे शीघ्र ही अपनी वेबसाइट दृष्टिहीन लोगों को समर्पित कर देंगे।
बदायूं शहर के मोहल्ला जवाहरपुरी निवासी राजीव सक्सेना व अनीता सक्सेना के घर 8 अप्रैल 1984 को आशुतोष सक्सेना का जन्म हुआ था। को-आपरेटिव बैंक में प्रबंधक राजीव सक्सेना व अनीता सक्सेना के ऋचा सक्सेना व बिभा सक्सेना नाम की दो बेटियां हैं और आशुतोष सक्सेना नाम के सबसे छोटे बेटे सहित कुल तीन संतान हैं, उनके तीनों बच्चे उच्च शिक्षित हैं, सबसे बड़ी बेटी ऋचा सक्सेना की शादी हो चुकी है और छोटी बेटी बिभा सक्सेना एम.बी.ए. फाइनल कर चुकी है। आशुतोष मोनाड यूनिवर्सिटी- हापुड़ से बी.सी.ए. की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और फिलहाल एन.आई.ई.टी- ग्रेटर नोयडा से एम.सी.ए. करने की तैयारी में जुटे हुए हैं। उन्होंने प्रोजेक्ट ऑफ ऑन लाइन एग्जामिनेशन फॉर ब्लाइंड (ओ.ई.एस.बी.) नाम का एक प्रोजेक्ट तैयार कर लिया है, जिससे दृष्टिहीन व विकलांग लोगों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आ जायेगा।
आशुतोष ने बताया ओ.ई.एस.बी. जैसी वेबसाइट अभी तक किसी देश में कोई नहीं बना पाया है। उन्होंने बताया कि दृष्टिहीन और विकलांग मुंह से जो भी बोलेंगे, वह सब अत्याधुनिक तकनीक के चलते यह वेबसाइट स्वतः लिख देगी एवं लिखे हुए को बोल कर सुना भी देगी, जिससे शिक्षा के साथ दैनिक जीवन में भी दृष्टिहीनों व विकलांगों को इस वेबसाइट से बड़ी सहूलियत होगी। उन्होंने बताया कि इस वेबसाइट के सहारे दृष्टिहीन और विकलांगों के उच्च शिक्षित होने के रास्ते खुलेंगे। शिक्षित होने के बाद उनके लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे, साथ ही उनके अंदर की हीन भावना खत्म होगी और आत्म विश्वास बढ़ेगा, जिससे समाज में वे भी सहज भाव से रह सकेंगे।
आशुतोष ने बताया कि स्पीच रिकॉगनाइजेशन टेक्नालॉजी के अंतगर्त ओ.ई.एस.बी. प्रोजेक्ट को बनाया गया है। यूजर को एक यूनिक आई.डी. दी जायेगी, जिसमें पासवर्ड फिंगर प्रिंट होगा, साथ ही यूजर की आवाज भी फीड कर दी जायेगी, जिससे वेबसाइट सिर्फ यूजर की ही आवाज पर कार्य करेगी। उन्होंने बताया कि वेबसाइट अभी ट्रायल के दौर से गुजर रही है, लेकिन दुनिया भर के दृष्टिहीनों व विकलागों की सुविधा के लिए कि वे शीघ्र ही वेबसाइट लॉन्च कर देंगे।
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