यह खबर पूरी तरह सही है कि नजीब आईएसआईएस में शामिल हो गया है लेकिन, आईएसआईएस में शामिल होने वाला नजीब दूसरा है, इसे जेएनयू का छात्र नजीब बता कर वायरल किया जा रहा है, जो गलत है। जेएनयू का छात्र नजीब बदायूं का मूल निवासी है और वह अभी तक लापता ही है।
वाट्सएप और फेसबुक पर पिछले कई दिनों से एक खबर वायरल हो रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि जेएनयू का छात्र नजीब आईएसआईएस में शामिल हो गया है, यह खबर सही है लेकिन, आईएसआईएस में शामिल होने वाला नजीब कोई और है। 21 सितंबर को एक खबर प्रकाशित हुई थी कि केरल का मूल निवासी और तमिलनाडु स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का एमटेक का छात्र नजीब संभवतः आईएसआईएस में शामिल हो गया है, यह 15 अगस्त, 2017 को गायब हुआ था और इसी ने अपनी मां को बताया था कि वह अपनी मंजिल (आईएसआईएस) पर पहुंच गया है, इसने अपनी मां और परिवार से कहा था कि उससे संपर्क करने के लिए पुलिस के पास जाने की ज़रूरत नहीं है, इसकी जाँच हुई तो, ज्ञात हुआ कि वह हैदराबाद से दुबई गया था और फिर वहां से ईरान चला गया था, इसी खबर को जेएनयू के छात्र नजीब के नाम से अब वायरल किया जा रहा है।
जिस नजीब को बताया जा रहा है, वह जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एमएससी बायोटेक्नॉलोजी का छात्र था, जो 15 अक्तूबर 2016 को माही-मांडवी छात्रावास से गायब हो गया था, इससे पहले इस नजीब का एबीवीपी के छात्रों से झगड़ा हुआ था, इस प्रकरण में अदालत में सुनवाई भी चल रही है और यह नजीब उत्तर प्रदेश के बदायूं शहर का मूल निवासी है। यह भी बता दें कि उक्त वायरल खबर को कई बड़े नेता फेसबुक और ट्वीटर पर शेयर कर चुके हैं, जिसकी सच्चाई जानने पर उन्हें क्षमा मांगनी पड़ी थी।
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