बदायूं जिले में उघैती थाना क्षेत्र के जंगल में नवजात बच्ची का शव बरामद हुआ है। नवजात के शव को अधिकांश लोग दुर्भाग्य पूर्ण घटना करार देते हुए निंदा कर रहे हैं, लेकिन घटना को लेकर पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है, जबकि जघन्य वारदात की विधिवत जांच होना अति आवश्यक है।
उघैती थाना क्षेत्र के गांव स्वरूपपुर के जंगल में झाड़ियों के बीच सुबह नवजात बच्ची का शव पड़ा दिखाई दिया, जिसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गये। शव की सूचना पुलिस को दी गई, तो घटना स्थल पर पहुंच कर पुलिस ने जांच की और शव सील पर मुख्यालय भेज दिया, लेकिन घटना को लेकर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है, जिससे अपराधी के बचने की संभावना बनी हुई है। माना जा रहा है कि अविवाहित युवती गर्भवती हो गई होगी, जिसने बच्ची को जन्म दिया होगा। यह भी माना जा रहा है कि किसी पुरुषवादी परिवार में जन्मी बच्ची को जंगल में फेंक दिया गया होगा। कारण जो भी हों, इसका खुलासा पुलिस जांच करे, तभी हो सकता है, ऐसे दरिंदों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर गाँव व क्षेत्र के लोग एकमत हैं।
पुलिस कार्रवाई करना चाहे, तो घटना का खुलासा करना बहुत ज्यादा मुश्किल भी नहीं है। घटना स्थल पर ही कस्बा बिल्सी के राज नर्सिंग होम का थैला पड़ा है, जिससे कयास लगाये जा रहे हैं कि गर्भवती महिला का उपचार इसी नर्सिंग होम में चल रहा होगा, इस नर्सिंग होम के रिकॉर्ड से आसानी से पता लगाया जा सकता है कि गाँव स्वरूपपुर और आसपास के गांवों में किस महिला का उपचार चल रहा था, जिसके आधार पर दरिंदों को आसानी से पकड़ा जा सकता है।
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