दिल्ली की थाना संगम विहार पुलिस ने कुख्यात मम्मी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली है। कुख्यात मम्मी और उसके बेटों ने मुकदमों का शतक पार कर लिया है। कुख्यात मम्मी हत्या के प्रकरण में न्यायालय से भगोड़ा घोषित हो चुकी थी।
जुर्म की दुनिया के गुर्गों ने बशीरन को मम्मी नाम दिया है, इसके आठ बेटे हैं, वे भी अपराधिक वारदातों में संलिप्त रहते हैं, उन आठ बेटों के साथी भी रहे होंगे, जो बेटों के साथ बशीरन को मम्मी ही कहते होंगे, जिससे बशीरन जुर्म की दुनिया में मम्मी के नाम से ही कुख्यात हो गई। बशीरन का एक बेटा अभी नाबालिग है लेकिन, उस पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं। बशीरन और बेटों पर करीब 113 मुकदमे दर्ज हैं।
बताते हैं कि बशीरन उत्तर प्रदेश के जिला आगरा में स्थित गाँव बसई अरेला की निवासी है, इसका विवाह राजस्थान के धौलपुर निवासी मलखान से हो गया था, जिसके साथ बशीरन दिल्ली आ गई थी और शुरू में गोविंदपुरी स्थित नवजीवन कैंप (झुग्गी) में रहती थी, इसके बाद संगम विहार में रहने लगी और दबंगई से एक सरकारी ट्यूबवेल पर कब्जा कर लिया, जिसका पानी अवैध रूप से बेचने का धंधा शुरू कर दिया।
बताते हैं कि वर्ष- 2017 में संगम विहार थाना क्षेत्र में एक जली हुई लाश बरामद हुई थी। पुलिस ने एक नाबालिग को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो, पता चला कि बशीरन ने 60,000 रुपया सुपारी लेकर हत्या करवाई है। मृतक जिला अमेठी के गाँव गंगागंज का निवासी मिराज था, इस प्रकरण में 25 मई को न्यायालय ने बशीरन को भगोड़ा घोषित कर दिया था। बशीरन उर्फ मम्मी की उम्र 62 वर्ष है।
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