बदायूं जेल प्रशासन की मनमानी इस सीमा पर पहुंच गई है कि एक विचाराधीन बंदी की पीट-पीट कर हत्या कर दी। मृतक सपा विधायक रामखिलाड़ी सिंह यादव का साला है। घटना के बाद प्रदेश स्तर तक हड़कंप मच गया है। राज्यमंत्री ओमकार सिंह यादव ने जांच कर दोषियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभारी जिलाधिकारी प्रताप सिंह भदौरिया और एसपी (सिटी) अनिल यादव मौके पर मौजूद हैं।
संभल जिले में स्थित कोतवाली गुन्नौर क्षेत्र के गाँव नदरौली निवासी तुकमेश यादव (24) 24 मार्च 2014 से हत्या के आरोप में बदायूं स्थित जिला कारागार में बंद था, जिसकी बीती रात मौत हो गई। परिजन जेल अधीक्षक एल.एन.दोहरे, डिप्टी जेलर सुनील गौतम और सीओ दीपक चौहान पर तुकमेश को पीट-पीट कर मौत के घाट उतारने का आरोप लगा रहे हैं। मृतक के भाई योगेश यादव ने जेल अफसरों के विरुद्ध प्रार्थना पत्र दे दिया है, जिसकी जांच की जा रही है। प्राथमिक जाँच में दोष सिद्ध हुआ, तो आरोपी जेल अफसरों के विरुद्ध नामजद मुकदमा लिखा जायेगा। मृतक तुकमेश ने चार पेज का सुसाइटनोट भी छोड़ा है, जिसमें जेल अफसरों पर ही आरोप लगाया गया है कि उसे अक्सर प्रताड़ित करते रहते थे। सुसाइटनोट में यह भी लिखा है कि उसे कुछ हो जाये, तो उसके जिम्मेदार उक्त अफसर ही माने जायें।
मृतक गुन्नौर विधान सभा क्षेत्र के सपा विधायक रामखिलाड़ी सिंह यादव का साला है, वे मौके पर मौजूद हैं, उनके बेटे युवा सपा नेता अखिलेश यादव सहित मृतक के सभी परिजन भी मौजूद हैं। हाहाकार मचा हुआ है। सुबह ग्राम्य विकास राज्यमंत्री ओमकार सिंह यादव जिला अस्पताल पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने जिला प्रशासन को जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
प्रभारी जिलाधिकारी प्रताप सिंह भदौरिया और एसपी (सिटी) अनिल यादव ने जिला अस्पताल पहुंच कर घटना से संबंधित जानकारी ली। शव की स्थिति, बयान और सुसाइटनोट के आधार पर आरोपी जेल अफसरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दे दिया गया है।
घटना के बाद जेल में बंद मृतक के ताऊ चन्द्रकेश यादव के सीने में तेज दर्द उठा, तो उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, उनका डॉक्टर उपचार कर रहे हैं।