बदायूं के एक कुख्यात अफसर के दुर्व्यहार और भ्रष्ट कार्यप्रणाली का मुददा सांसद के दरबार में पहुंच गया है। सांसद ने कुख्यात अफसर को न सिर्फ हड़काया है, बल्कि एक-दो सप्ताह के अंदर जिले से बाहर तबादला करा लेने की भी चेतावनी दी है।
बदायूं लोकसभा क्षेत्र से युवा सांसद के रूप में लोकप्रियता हासिल कर चुके धर्मेन्द्र यादव गुंडों, माफियाओं और भ्रष्टचारियों को गले नहीं लगाते। अगर, भ्रष्ट अफसर है और उनके संज्ञान में आ जाये, तो उसे छोड़ते नहीं हैं। हाल-फिलहाल उनके दरबार में जिले के एक कुख्यात अफसर का मामला पहुंचा है। सूत्र का कहना है कि विधायक आशीष यादव की निधि से संबंधित प्रकरण है, जिसमें कुख्यात अफसर अड़ंगा लगा रहा था। विधायक ने कुख्यात अफसर के संबंध में सांसद धर्मेन्द्र यादव से शिकायत की, तो सांसद ने अफसर को तलब कर लिया और जमकर हड़काया। सूत्र का कहना है कि सांसद ने स्पष्ट कह दिया है कि वे हटवायेंगे, तो गलत जगह तबादला होगा, इसलिए एक-दो सप्ताह के अंदर जिले से बाहर अपना तबादला करा लें, वरना हटवाना पड़ेगा। इस प्रकरण की सांसद धर्मेन्द्र यादव, या कुख्यात अफसर की ओर से पुष्टि नहीं हुई है।
बता दें कि कुख्यात अफसर की विकास भवन में दहशत कायम है। कर्मचारियों से गाली देकर बात करते हैं। नेताओं के साथ विधायकों को भी सम्मान नहीं देते, उनके आवश्यक कार्य भी बिना रिश्वत लिए नहीं करते। दर्जा राज्यमंत्री और जिलाध्यक्ष बनवारी सिंह यादव से तो खुली रंजिश चल रही है, इसके बावजूद कुख्यात अफसर जिले में अहम पद पर जमा हुआ है। सांसद के दरबार में प्रकरण पहुंचने के बाद अब माना जा रहा है कि कुख्यात अफसर से शीघ्र ही निजात मिल जायेगी। अगर, ऐसा हुआ, तो कर्मचारियों के साथ सत्ता पक्ष के तमाम नेता और विधायक भी राहत की सांस लेंगे और तबादला नहीं हुआ, तो इसके दुष्परिणाम सपा को चुनाव में झेलने पड़ेंगे।