बाबू सिस्टम पर इस कदर हावी हैं कि एक विधायक को अपने चरित्र प्रमाण पत्र के लिए विधान सभा में सवाल करना पड़ा। विधान सभा में सवाल होते ही चरित्र प्रमाण पत्र बनाने की औपचारिकतायें आनन-फानन में पूरी करा दी गईं।
सूत्रों के अनुसार बदायूं जिले के बिल्सी विधान सभा क्षेत्र से बसपा विधायक मसर्रत अली “बिट्टन” ने जिलाधिकारी के कार्यालय में अपना चरित्र प्रमाण पत्र बनाने का आवेदन किया था, जो पुलिस विभाग में जाँच हेतु आया, तो पुलिस ने रिपोर्ट लगा दी कि उन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, इस पर विधायक ने जिलाधिकारी के समक्ष आपत्ति की और बताया कि उनके समस्त मुकदमे समाप्त हो चुके हैं, तो जिलाधिकारी ने प्रार्थना पत्र पुनः जाँच के लिए भेज दिया। विधायक का प्रार्थना पत्र पुनः जाँच के लिए आया, तो पुलिस ऑफिस के बाबू दबा कर बैठ गये। हार कर विधायक ने विधान सभा में प्रकरण रख दिया, तो जिले के अफसरों से जवाब माँगा, जिसके बाद आनन-फानन में प्रमाण पत्र की औपचारिकतायें पूरी करा दी गईं।