लाल व नीली बत्ती को लेकर शासनादेश का प्रशासन पालन नहीं करा पा रहा है। बदायूं की बात करें, तो यहाँ अफसर व नेता लाल व नीली बत्ती लगा कर खुलेआम घूमते नजर आते हैं, लेकिन कोई उन्हें टोकता तक नहीं।
दलित किशोरी का यौन उत्पीड़न कराने के आरोपी गुन्नौर विधान सभा क्षेत्र के चर्चित विधायक रामखिलाड़ी सिंह यादव खुलेआम लालबत्ती लगी गाड़ी में घूमते नजर आते हैं। उनके बदायूं स्थित न्यायालय में कई मुकदमे विचाराधीन हैं, जहां वे अक्सर तारीख पर आते हैं। न्यायालय परिसर में भी वे लालबत्ती लगी गाड़ी से ही पहुंचते हैं और उन्हें कोई टोकता तक नहीं। असलियत में उनकी पुत्रवधू संभल जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। शासनादेश के अनुसार जिला पंचायत अध्यक्ष को लालबत्ती अनुमन्य है, लेकिन लालबत्ती लगा कर घूमते हैं ससुर रामखिलाड़ी सिंह यादव, इसी तरह जिला ग्राम्य विकास अभिकरण में परियोजना निदेशक के पद पर तैनात रामरक्ष पाल सिंह यादव नीली बत्ती लगा कर घूमते हैं। रामपुर जिले के मूल निवासी रामरक्ष पाल सिंह यादव का अपने गाँव के निकट ही कॉलेज है, जहाँ वह नीली बत्ती लगी गाड़ी से अक्सर जाते हैं। सूत्र बताते हैं कि वह गाँव में स्वयं को वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी बता कर रौब भी झाड़ते हैं। कई और अधिकारी व नेता लाल व नीली बत्ती का दुरूपयोग कर रहे हैं, लेकिन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं।