कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को लेकर अब कांग्रेस के अंदर से ही आवाजें उठने लगी हैं। कांग्रेस के वाट्सएप ग्रुप में मेरठ के जिलाध्यक्ष विनय प्रधान ने राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठा दिया, तो उन्हें अनुशासन समिति के प्रांतीय चेयरमैन रामकृष्ण द्विवेदी ने तत्काल पार्टी से निष्कासित कर दिया।
विनय प्रधान पर कार्रवाई करते हुए रामकृष्ण द्विवदी ने विनय प्रधान द्वारा विपक्षियों से संधि कर लेने की आशंका जताई है, साथ ही राहुल गाँधी को उन्होंने युवाओं का प्रेरणा स्रोत बताते हुए आंदोलन को नई दिशा देने वाला नेता बताया है। विनय प्रधान के द्वारा राहुल गांधी के संबंध में किये गये संबोधन और उसके बाद विनय प्रधान के विरुद्ध की गई कार्रवाई को लेकर कांग्रेस की बड़ी फजीहत हो रही है।
उधर मेरठ कांग्रेस कमेटी के जिला प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी जो आदेश देती है, पार्टी के कार्यकर्ता और नेता हमेशा उसका पालन करते हैं। विनय प्रधान पर आलाकमान द्वारा की गई कार्यवाही पर पार्टी के समस्त नेता और समस्त कार्यकर्ता आलाकमान के आदेश के साथ खड़े हैं। विनय प्रधान द्वारा किये गए वाट्सएप पोस्ट से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। पार्टी जिसको भी जिलाध्यक्ष बनाती है, कार्यकर्ता और नेता हमेशा उसके साथ मिलकर बिना गुटबाजी के कार्य करते रहेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि आलाकमान मेरठ के संबंध में जल्द से जल्द नए जिलाध्यक्ष का निर्णय लेगा, ताकि आगामी निकाय चुनाव मजबूती से लड़ा जा सके।
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