बदायूं जिले की पुलिस लापरवाही और मनमानी की हदें पार करती जा रही है। हालात इतने भयावह हो चले हैं कि पुलिस अब मीडिया कर्मियों की भी नहीं सुन रही है, जबकि पीड़ित मीडिया कर्मी लगातार अफसरों के कार्यालयों की परिक्रमा कर रहे हैं।
पहली घटना मीडिया कर्मी शाजेब खान के साथ घटित हुई। शाजेब को कवरेज के दौरान जिला अस्पताल में दबंगों ने न सिर्फ गालियाँ दीं, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी, लेकिन पुलिस दबंगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने को तैयार नहीं है। दूसरी घटना कस्बा बिसौली की है। यहाँ वाट्सएप पर वायरल हुए एक वीडियो को लेकर कुछ लोग बवाल कर रहे थे, जिसकी मौके पर कवरेज कर रहे सुनील मिश्रा नाम के मीडिया कर्मी पर कुछ उपद्रवियों ने हमला कर दिया, उनका कैमरा व मोबाइल तोड़ दिया, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस मूक दर्शक बनी रही।
शाजेब और सुनील अफसरों से लगातार मिल रहे हैं और मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन अफसर भी पीड़ित मीडिया कर्मियों को राहत नहीं दे पा रहे हैं। मीडिया कर्मियों के शोषण पर पत्रकारों में रोष व्याप्त है। बदायूं क्लब में बैठक कर पत्रकारों ने चेतावनी दी है कि दोषियों के विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो पत्रकार आंदोलन करेंगे।