बदायूं जिले में नेता, दबंग, माफिया और तस्कर पूरी तरह हावी हो गये हैं। हालात इतने भयावह हो चले हैं कि अखबार में खबर छपने के बाद भूमिगत होने की जगह सीधे टकराने का दुस्साहस करने लगे हैं। नेताओं, दबंगों, माफियाओं और तस्करों ने आतंकियों और देश द्रोहियों के विरुद्ध छपने वाली खबरों को मुस्लिम समाज से जोड़ कर संबंधित रिपोर्टर की शिकायत करा दी है, जो चकित कर देने वाली बात है, इससे यह भी सिद्ध होता है कि पुलिस का संरक्षण प्राप्त है, वरना ऐसा दुस्साहस न कर पाते।
उल्लेखनीय है कि बिसौली तहसील क्षेत्र के गाँव लक्ष्मीपुर, संग्रामपुर व दबतरा हवाला कारोबार के लिए कुख्यात हैं, साथ ही इन गांवों में आतंकी गतिविधियाँ भी सामने आई हैं एवं इन गांवों में अवैध रूप से कत्ल खाने भी खुलेआम चल रहे हैं, इससे संबंधित खबरें दबतोरा स्टेशन पर तैनात अमर उजाला का रिपोर्टर प्रमुखता से लिखता रहा है। खबरें प्रकाशित होने पर स्थानीय पुलिस पर कार्रवाई करने का दबाव बनता है और पुलिस दबंगों, माफियाओं और तस्करों के संरक्षक नेताओं पर दबाव बनाती है।
शातिर नेताओं ने दबंगों, माफियाओं और तस्करों के विरुद्ध प्रकाशित होने वाली खबरों को मुस्लिम समाज से जोड़ कर संबंधित रिपोर्टर विजय भान की अमर उजाला के संपादक से शिकायत करा दी और अमर उजाला का बहिष्कार कर दिया। सवाल यह है कि आतंकियों, देश द्रोहियों और कत्ल खानों के विरुद्ध छपने वाली खबरों को मुस्लिम समुदाय स्वयं के विरुद्ध क्यूं मान रहा है?