जम्मू-कश्मीर के राजौरी में रविवार को शहीद हुए राजपूताना रायफल्स के जवान सुधीश कुमार की आज संभल जिले में स्थित पैतृक गाँव पनसुखा मिलक में राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दी गई। अंतिम यात्रा में जनसमूह उमड़ पड़ा, साथ ही विभिन्न दलों के तमाम नेता भी उपस्थित रहे। शहीद सुधीश कुमार के पिता व ग्रामीण मुख्यमंत्री को बुलाने पर अड़े हुए थे, जिससे प्रशासनिक अफसरों की धड़कनें बढ़ गई थीं।
शहीद सुधीश कुमार तीन वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुए थे। रविवार को उन्हें दुश्मन की गोली ने हमेशा के लिए सुला दिया। सुधीश का शव गाँव पहुंचा, तो परिजन व ग्रामीण मुख्यमंत्री के आने पर अंत्येष्टि करने की बात कहने लगे, जिससे प्रशासनिक अफसरों की धड़कनें बढ़ गईं। अफसरों ने परिजनों को आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री आयेंगे, तो परिजन अंत्येष्टि करने को तैयार हुए।
शहीद की अंतिम यात्रा में जनसमूह उमड़ पड़ा। गाँव व क्षेत्र के हजारों लोगों ने नम आँखों से शहीद को श्रद्धांजलि दी। सपा जिलाध्यक्ष फिरोज खान, सपा नेता अखिलेश यादव, सछास जिलाध्यक्ष अमित यादव, संभल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद सत्यपाल सैनी, एमएलसी जयपाल सिंह “व्यस्त” और बसपा नेता व पूर्व मंत्री अकीलुर्रहमान सहित तमाम नेताओं ने गाँव पहुंच कर शहीद के पिता ब्रह्मपाल व परिजनों को सांत्वना दी। शहीद की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है, उसने चार माह पूर्व ही बेटी को जन्म दिया था। शहीद सुधीश कुमार के छोटे भाई कपिल कुमार भी सेना में हैं।