लखनऊ में विधान भवन के सामने किसानों ने नहीं, बल्कि सपाईयों ने आलू फेंके थे। पुलिस ने सपा कार्यकर्ता व वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने कई सनसनीखेज खुलासे किये हैं। पुलिस के अनुसार एसयूवी और मोटर साइकिल सवार लड़कों ने छुरे से बोरियां काटकर विधान भवन के सामने आलू बिखेरे थे।
खुलासा हुआ है कि आलू के बोरों से भरी दर्जन भर एसयूवी व मोटरसाइकिलों पर सवार लगभग दो सौ युवक माल एवेन्यू स्थित एक मकान से निकले थे। युवकों के पास लंबे छुरे थे, जिनसे बोरियों का मुंह काट कर विधान भवन के सामने सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया था। युवाओं का हुजूम 1090 चौराहे तक गया था। पता चला है कि गाड़ियों के साथ कन्नौज से बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता 5 जनवरी की देर शाम लखनऊ पहुंच गये थे, जो माल एवेन्यू स्थित एक मकान में ठहराये गये थे, यहाँ इन सबको लंच पैकेट भी दिए गये थे। युवाओं ने चार-पांच घंटे आराम करने के बाद घटना को अंजाम दिया था, इस प्रकरण में एसएसपी ने गश्त में लापरवाही को लेकर हजरतगंज व गौतम पल्ली थाने के पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है एवं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस गाड़ियों को चिन्हित करने में जुटी है। गिरफ्तार हुए लोगों ने कई नाम उजागर कर दिए हैं, जिससे शीघ्र ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, इस प्रकरण को सपा और अन्य तमाम विपक्षी दलों ने किसानों का आक्रोश करार दिया था, पर अब सपा कार्यकर्ताओं की करतूत निकली है, तो अखिलेश यादव कह रहे हैं कि किसानों की बात उठाना अपराध नहीं हैं।