लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिये कि कोविड- 19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने हेतु जनपदों में अधिक से अधिक टेस्टिंग की जाये, ताकि समय रहते संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट किया जा सके। उन्होंने कहा कि जनपदों में उपलब्ध करायी गई ट्रू-नेट मशीन का उपयोग दो-शिफ्टों में किया जाये, ताकि हर दो माड्यूल में ट्रू-नेट मशीन से कम से कम 20 जांच प्रतिदिन हो सकें। उन्होंने कहा कि जिन जनपदों में अभी तक वेंटिलेटर क्रियाशील नहीं हो पाये हैं, वे शीघ्रातिशीघ्र वेंटिलेटर्स को क्रियाशील कराना सुनिश्चित करायें। सभी जनपदों के द्वारा रोगियों के डिस्चार्ज एवं मृत्यु का विवरण दैनिक रूप से स्टेट कोविड पोर्टल पर अपडेट किया जाये।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश आज लोक भवन स्थित कार्यालय कक्ष से समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से दिये। उन्होंने कहा कि जनपद में सर्वेक्षण कार्य तेजी से करने तथा संक्रमित व्यक्तियों की अधिकाधिक पहचान व इलाज होने पर जनपद में कोविड- 19 के प्रसार की रफ्तार घट जायेगी। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने हेतु जनपद में सर्विलांस की टीम के सदस्यों की संख्या बढ़ायी जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि कन्टेनमेंट जोन में सभी घरों के सर्वेक्षण का कार्य एक से डेढ़ दिन में पूर्ण हो जाये तथा लक्षण पाये जाने पर व्यक्ति की तत्काल सैम्पलिंग करा ली जाये। उन्होंने कहा कि एल- 1 एवं एल- 2 इकाइयों में रोगियों में ऑक्सीजन के स्तर का अनुश्रवण पल्स ऑक्सीमीटर के द्वारा किया जाये तथा जिन रोगियों में ऑक्सीजन के स्तर में कमी पायी जाये, उन्हें तत्काल ऑक्सीजन दिया जाये।
राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि कोविड- 19 के उपचार एवं प्रसार को रोकने हेतु तैनात स्वास्थ्य, पुलिस, प्रशासन एवं अन्य कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने हेतु विशेष सतर्कता बरती जाये। किसी भी कर्मी में कोविड- 19 के लक्षण पाये जाने पर तत्काल टेस्टिंग करायें। उन्होंने कहा कि बड़े कार्यालयों, जहां पर लोगों का अधिक आवागमन है, कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जाये। कोविड हेल्प डेस्क पर पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा सेनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
इसके अलावा मुख्य सचिव ने लोक भवन में ही स्थित कार्यालय कक्ष से समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से यह भी कहा कि पौधों को एक दिन पूर्व ही रोपण स्थल तक पहुंचाने की रणनीति तैयार कर ली जाये। यह प्रयास किया जाये कि प्रत्येक गांव में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पौधे अवश्य पहुंच जायें। उन्होंने कहा कि पौधारोपण कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों एवं मीडिया प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाये तथा कार्यक्रम में सभी व्यक्ति मास्क पहनें व सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराया जाये।
राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि पौरोपण कार्य की लाइव माॅनीटरिंग की जायेगी, इसलिये पौधारोपण की सूचनायें तत्काल वेबसाइट पर अपडेट करायी जायें। उन्होंने कहा कि लखनऊ का कुकरैल, बांदा में यूनिवर्सिटी तथा कासंगज में 150 से अधिक प्रजातियों का रोपण किया जायेगा, इस अवसर पर गिनिज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इन जगहों पर सम्बन्धित जिलाधिकारी विशेष ध्यान देकर आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायें।
वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग में प्रमुख सचिव वन सुधीर गर्ग सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
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