लखनऊ स्थित लोक भवन में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव डाॅ. अनूप चन्द्र पांडेय ने कहा कि प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी अपने शासकीय दायित्वों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से कर अपनी छवि को समाज में बेहतर बनाने में कोई कोर-कसर न छोड़ें। उन्होंने कहा कि शासकीय सेवाकाल के प्रारम्भ के कुछ वर्षों में किये गये कार्यों से ही अधिकारियों की छवि समाज में बन जाती है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी अपने शासकीय सेवाकाल के दौरान अपनी छवि इस प्रकार बनायें कि उनकी जनपदों में तैनाती के फलस्वरूप कार्यभार ग्रहण करने के पूर्व ही सम्बन्धित जनपद में अपराधियों में खौफ पैदा हो जाये।
मुख्य सचिव लोक भवन में वर्ष- 2015, 2016 एवं 2017 बैच के कुल 16 प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों से भेंट कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कैडर में कार्य करने वाले अधिकारियों को बहुत अधिक मेहनत कर अपनी छवि को उज्ज्वल बनाने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारियों की पहचान देश में अलग ही होती है, यह आम चर्चा होती है कि उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी कोई भी असंभव कार्य को नियमानुसार हल करने में सक्षम होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों को अपनी छवि को उज्ज्वल बनाकर प्रदेश एवं देश में अलग पहचान बनानी होगी।
प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों में से 2015 बैच के एक अधिकारी, 2016 बैच के तीन तथा वर्ष 2017 बैच के 12 अधिकारी हैं, जिनमें से 7 अधिकारी उत्तर प्रदेश, 2 अधिकारी राजस्थान, 2 अधिकारी मध्य प्रदेश एवं 1-1 अधिकारी बिहार, महाराष्ट्र, आन्ध्र प्रदेश, हरियाणा एवं तेलांगना के मूल निवासी हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश कैडर आवंटित हुआ है। वर्ष 2015 बैच के बीबीजीटीएस मूर्ति, 2016 बैच के दीपक, निखिल पाठक, शुभम पटेल तथा 2017 बैच के अर्पित विजयवर्गीय, आरती सिंह, केवी अशोकर, दीक्षा शर्मा, इराज राजा, केशव कुमार, कुलदीप सिंह गुनावत, निपुन अग्रवाल, श्रद्धा नरेन्द्र पाण्डेय, सत्यजीत कुमार गुप्ता, सौरभ दीक्षित और एसएम कासिम प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों ने मुख्य सचिव से शिष्टाचार भेंट की।
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