लखनऊ में मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में फेसबुक के चेयरमैन मार्क जुकरबर्ग, एसीईओ शेरिल कारा सैंडबर्ग, शीर्ष अधिकारी चेरिस कॉक्स, फेसबुक इंडिया के सीईओ अजीत मोहन एवं मोका मीडिया लिमिटेड की निदेशक ची. एडवर्ड्स के विरुद्ध परिवाद दायर किया गया है। 12 नवंबर को परिवादी के बयान दर्ज किये जायेंगे।
न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में अधिवक्ता ओमकार ने कहा है कि मोका मीडिया की निदेशक एडवर्ड्स एक एप्लीकेशन चलाती हैं, जिसमें राष्ट्रीय प्रतीकों के साथ सत्यमेव जयते स्लोगन का प्रयोग अवैध रूप से किया जाता है, इस एप्लीकेशन के माध्यम से ऐसे पत्र भेजते हैं, जिसमें दावा किया जाता है कि यह राष्ट्रपति और भारत सरकार द्वारा जारी किये गये हैं। परिवादी ने पत्रों के स्क्रीन शॉट साक्ष्य के रूप में दायर किये हैं। परिवादी का कहना है कि ची. एडवर्ड्स ने फेसबुक के चेयरमैन मार्क जुकरबर्ग, एसीईओ शेरिल कारा सैंडबर्ग, शीर्ष अधिकारी चेरिस कॉक्स और फेसबुक इंडिया के सीईओ अजीत मोहन के साथ मिल कर भारत सरकार के गृह, वित्त व अन्य मंत्रालयों की पोस्ट का प्रयोग किया, यह लोग सस्ती लोकप्रियता के माध्यम से मुनाफा कमा रहे हैं।
आरोप है कि विपक्षी राष्ट्रीय प्रतीकों का प्रयोग अपना व्यापार बढ़ाने के लिए कर रहे हैं, जबकि उन्हें ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। आरोपियों का कृत्य अनुचित और राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान है, इससे परिवादी की भावनाएं आहत हुईं हैं एवं मानसिक प्रताड़ना भी हुई है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आनंद प्रकाश सिंह ने परिवाद पर बयान दर्ज करने हेतु 12 नवंबर की तारीख तय की है।
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