बदायूं जिले में स्थानीय नगर निकाय चुनाव के दौरान सत्ता पक्ष के नेताओं पर जगह-जगह दबाव बनाने का आरोप लग रहा है। कई जगह सत्ता पक्ष के नेता पुलिस-प्रशासन का खुलेआम दुरूपयोग करते नजर आ रहे हैं। मतदाताओं को विभिन्न तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं, साथ ही भाजपा सरकार के चार वर्षों का हवाला देकर नेताओं द्वारा धमकाया भी जा रहा है।
नगर पंचायत वजीरगंज से सत्ता के दुरूपयोग की खबरें सबसे ज्यादा आ रही हैं, यहाँ की पुलिस पर आरोप है कि विपक्षी प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के आगे-पीछे पुलिस धमा-चौकड़ी करती रहती है, सार्वजनिक स्थलों पर उनकी जेबें खंगालने लगती है, लेकिन सत्ता पक्ष के प्रत्याशी की ओर देखती भी नहीं। बताया जा रहा है कि ड्रम में नल लगा कर वजीरगंज में शाम होते ही शराब बंटने लगती है, पर पुलिस उधर झाँकने भी नहीं जाती।
आरोप यह भी है कि सत्ता पक्ष के दबाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए आचार संहिता लगी होने के बावजूद पल भर में इंडिया मार्का हैंडपंप और हाईमास्ट लाईट लगवा दी गई है। लोगों ने उजाला देखा, तो सभी चौंक गये और एक-दूसरे से सवाल करने लगे कि यह कब लगी।
बताते हैं कि वजीरगंज में कुम्हारों की बस्ती में हैंडपंप और लाईट लगवाई गई है, पर अभी तक पुलिस व प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। सत्ता पक्ष के नेताओं के दबाव में कार्य कर रहे पुलिस-प्रशासन के अफसरों के व्यवहार से मतदाता और अधिक चिढ़ते नजर आ रहे हैं। आचार संहिता के उल्लंघन की कार्रवाई नहीं की गई, तो मतदाता चुनाव में दबंगई का बदला स्वयं लेने को आतुर नजर आ रहे हैं।
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