बदायूं में समाजवादी पार्टी के जिला सचिव व नगर पालिका परिषद सहसवान के अध्यक्ष नूरुद्दीन को मंगलवार को पार्टी विरोधी कार्य करने पर समाजवादी पार्टी से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया था। नूरुद्दीन ने सहसवान स्थित पालिका कार्यालय में कहा कि वे सपा से पहले ही त्याग पत्र दे चुके थे, ऐसे में उनका निष्कासन कैसे किया जा सकता है, इस पर नूरुद्दीन की क्षेत्र में और भी ज्यादा फजीहत हो रही है, क्योंकि नूरुद्दीन समाजवादी पार्टी के कार्यक्रमों में लगातार मंचासीन होते रहे हैं।
हज यात्रा कर चुके नूरुद्दीन कभी कुछ कहते हैं, तो कभी कुछ, जिससे उनकी जमकर फजीहत हो रही है। कभी कहते हैं कि वे कांग्रेसी हैं, लेकिन सांसद धर्मेन्द्र यादव के समर्थक हैं, तो कभी स्वयं को निर्दलीय बताते हैं। गाँव नाधा में 26 दिसंबर को समाजवादी पार्टी का विशाल समारोह हुआ था, जिसमें नूरुद्दीन ने सपा प्रत्याशी को जिताने की अपील की थी, साथ ही समाजवादी पार्टी के कार्यक्रमों में फरवरी माह में भी मंचों पर घुसे नजर आ रहे थे, इसके बावजूद कह रहे हैं कि वे तो पहले ही त्याग पत्र दे चुके हैं।
नूरुद्दीन विधान सभा चुनाव में अंदरूनी तौर पर सपा प्रत्याशी का भले ही विरोध कर रहे थे, लेकिन सार्वजनिक तौर पर सपा प्रत्याशी को जिताने की लगातार अपील कर रहे थे। जगह-जगह सम्मानित हो रहे थे, जिससे लोग यहाँ तक कहने लगे हैं कि हज यात्रा करने के बावजूद नूरुद्दीन सच नहीं बोलते, उनका झूठ क्षेत्र में चर्चा विषय बना हुआ है।
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सपा प्रत्याशी को जिताने की अपील करने वाले नूरुद्दीन की क्षेत्र में फजीहत