होली के अवसर पर शराब की दुकानें बंद रखने के आदेश की धज्जियां उड़ गईं। कस्बा वजीरगंज में तो पुलिस ने खड़े होकर शराब बिकवाई। आदेश का पालन न होने कारण दुष्परिणाम जिले भर में दिखाई दे रहा है। शराब के नशे में दर्जनों स्थानों पर झगड़ा हुआ है, साथ ही कई जगह सड़क हादसे भी हुए हैं।
होली के अवसर पर हर वर्ष की तरह ही शासन ने इस वर्ष भी शराब की दुकानें बंद रखने का आदेश दिया था, लेकिन जिला मुख्यालय पर ही शराब खुलेआम बिकती नजर आई। कुछ दुकानें पूरी तरह बंद थीं, ऐसे स्थानों पर सेल्समेन बराबर की दुकान में शराब बेचते नजर आये, लेकिन आबकारी विभाग के अफसरों और पुलिस ने उन्हें आकर टोका तक नहीं।
इसी तरह जिले में जहाँ भी शराब की दुकानें हैं, वहां शराब बेचे जाने का समाचार है। कस्बा वजीरगंज में तो हद ही पार हो गई, यहाँ पुलिस ने खड़े होकर शराब बिकवाई। सूत्रों का कहना है कि थाना पुलिस की ओर से शराब के ठेके पर मौखिक रूप से एक होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई थी, जिसने सुबह से ही विंडो पर खड़े होकर शराब बिकवाई, जिससे पुलिस विभाग की बड़ी फजीहत हो रही है।
शराब की दुकानें बंद न होने के कारण जिले भर में शराबियों का आतंक रहा। तमाम स्थानों पर झगड़े हुए हैं, साथ ही शराब नशे में वाहन चलाने के कारण कई जगह सड़क हादसे भी हुए हैं। यहाँ यह भी बता दें कि आबकारी मंत्रालय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास ही है, इसके बावजूद शराब माफिया पुलिस व प्रशासन पर पूरी तरह हावी हैं।