बदायूं में अवैध तरीके से विवादित भूमि पर जबरन बनाई जा रही लोहिया नगर कॉलोनी पर स्थानीय प्रशासन रोक नहीं लगा रहा है। स्थानीय प्रशासन बरेली के दबंग सत्ता पक्ष के नेता के दबाव में नजर आ रहा है, जबकि पीड़ित पक्ष लगातार गुहार लगाता घूम रहा है।
उल्लेखनीय है कि बरेली जिले की बिथरी चैनपुर विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक वीरेंद्र कुमार गंगवार आदि बदायूं में दातागंज तिराहे के निकट रॉयल इन्क्लेव नाम से कॉलोनी बना रहे थे, जिसे बाद में उन्होंने दिल्ली के आजादपुर में स्थित बिल्टैक रजिस्टर्ड कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर देव नारायण को बेच दिया, जिसके बाद देव नारायण रॉयल रेजीडेंसी नाम से कॉलोनी बनाने लगे, इस बीच दोनों के बीच विवाद हुआ, तो देव नारायण ने न्यायालय की मदद से थाना सिविल लाइन में विधायक वीरेंद्र कुमार गंगवार आदि के विरुद्ध 13 सितंबर 2015 को धारा- 420, 468, 504, 506 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करा दिया।
विवेचना के बाद पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया, लेकिन बसपा विधायक वीरेन्द्र कुमार गंगवार ने उच्च न्यायालय से गिरफ्तारी पर स्टे प्राप्त कर लिया, जो अब निरस्त हो चुका है, इस बीच विधायक वीरेन्द्र कुमार गंगवार ने मौखिक रूप से विवादित जमीन बरेली के दबंग सपा नेता अनिल शर्मा को बेच दी। सत्ता की शह पर दबंग अनिल शर्मा ने स्थानीय प्रशासन पर दबाव बनाया और रॉयल इन्क्लेव का बोर्ड उतार कर फेंक दिया, उसकी जगह लोहिया नगर के नाम का बोर्ड लगा दिया और बड़े स्तर पर प्रचार-प्रसार कर अब प्लॉट बेच रहे हैं, इसके अलावा एक अन्य पीड़ित हैं जगमोहन पटेल, जिनकी जमीन पर जबरन रास्ता निकाला गया था, उन्हें उच्च न्यायालय से स्टे मिल गया है, पर दबंग व प्रशासनिक अफसर स्टे को मानने को तैयार नहीं हैं। सूत्रों का कहना है कि विवादित भूमि में ज्यादातर भूमि सरकारी है, जिसे कब्जा लिया गया है, लेकिन प्रशासनिक अफसर सरकारी भूमि को भी बचाने का प्रयास नहीं कर रहे, इस सबका दुष्परिणाम समाजवादी पार्टी को चुनाव में झेलना पड़ सकता है।
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