रॉयल रेजिडेंस नाम की निर्माणाधीन कॉलोनी पर दो पक्षों में विवाद चल रहा है। जमीन और धोखाधड़ी से संबंधित कई मुकदमे न्यायालय में विचाराधीन हैं, इसके बावजूद सत्ता पक्ष के एक भू-माफिया ने निर्माणाधीन कॉलोनी खरीद ली। माफिया तत्काल कब्जा लेने के प्रयास में जुट गया है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के आजादपुर में स्थित बिल्टैक रजिस्टर्ड कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर देव नारायण और बरेली की आकाश बिल्टैक रजिस्टर्ड कंपनी के डायरेक्टर बसपा विधायक वीरेंद्र कुमार गंगवार व श्याम सिंह मिल कर बदायूं में दातागंज तिराहे के पास एक कॉलोनी बना रहे थे। देव नारायण और वीरेंद्र कुमार व श्याम सिंह के बीच संबंध खराब हो गये। देव नारायण ने वीरेंद्र कुमार व श्याम सिंह पर आरोप लगाया कि बदायूं जिले के थाना सिविल लाइन क्षेत्र में स्थित गाँव नगला शर्की के निकट कॉलोनी बनाने का प्रलोभन दिया। 9 अप्रैल 2013 से लेकर 31 मार्च 2014 के बीच में अलग-अलग दिनों में पीड़ित ने आकाश बिल्टैक रजिस्टर्ड कंपनी को एक करोड़ अस्सी लाख रूपये दिए। पीड़ित ने 60 लाख रुपया नकद भी दिया था एवं उक्त लोगों ने जमीन स्वामियों को रूपये दिलवाये, साथ ही संबंधित जमीन को आवासीय क्षेत्र बनाने में पीड़ित का काफी धन खर्च हो चुका है। पीड़ित के चार करोड़ तीन लाख रूपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन वीरेंद्र कुमार व श्याम सिंह ने रॉयल रेजिडेंस कंपनी के नाम से भू-खंड बेचने हेतु इश्तहार छपवाये, तो पीड़ित को धोखाधड़ी का अहसास हुआ। पीड़ित द्वारा आपत्ति करने पर गालियाँ देते हुए जान से मारने की धमकी दी एवं मौके पर मौजूद करीब बीस लाख रूपये का मैटेरियल भी हड़प लिया। पीड़ित का आरोप है कि फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसे उक्त लोगों द्वारा धोखा दिया गया है।
उक्त प्रकरण में सिविल लाइन थाना पुलिस ने धारा- 420, 468, 504 एवं 506 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी, जिसमें बसपा विधायक वीरेंद्र कुमार गंगवार और उनका भाई श्याम सिंह दोषी पाए गये हैं। दोनों के विरुद्ध वारंट जारी हो चुके हैं, इसके अलावा जमीन व बैनामा संबंधी भी कई मुकदमे न्यायालय में विचाराधीन हैं, साथ ही उक्त लोगों द्वारा सरकारी जमीन भी कब्जाई गई है, इस सबके बावजूद बरेली शहर के सपा से जुड़े एक भू-माफिया ने उक्त कॉलोनी खरीद ली है। सूत्रों का कहना है कि एक बड़े नेता को भी सम्मलित किया गया है, ताकि प्रशासनिक स्तर पर कोई समस्या न आये। सूत्रों का कहना है कि माफिया कॉलोनी पर कब्जा करने कभी भी आ सकता है, जिससे बवाल भी हो सकता है।
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