बदायूं शहर में भी भू-माफिया हावी होते जा रहे हैं। नियमों की अनदेखी कर कॉलोनियां बना रहे हैं एवं प्लॉट बना कर बेच रहे हैं, जिससे सरकार को करोड़ों रूपये राजस्व की हानि हो रही है, वहीं माफियाओं की संपत्ति अप्रत्याशित तरीके से लगातार हजारों गुना बढ़ रही है। राजनैतिक पकड़ मजबूत होने के कारण माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हो पा रही है। हाल-फिलहाल बसपा नेता के संरक्षण में बन रही कॉलोनी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र की मंडी पुलिस चौकी के सामने एवं गौरी शंकर मंदिर के बराबर में कॉलोनी बन रही है। बताया जाता है कि यह कॉलोनी एक बड़े भू-माफिया द्वारा विकसित की जा रही है। भू-माफिया को एक बसपा नेता का संरक्षण प्राप्त है, जिससे माफिया ने समस्त नियमों को उठा कर ताक में रख दिया है। सूत्रों का कहना है कॉलोनी पंजीकृत नहीं कराई गई है और न ही नगर पालिका से विधिवत अनुमति ली गई है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि इस स्थान पर एक प्राचीन मजार थी, जिसे माफिया द्वारा खत्म कर दिया गया है, साथ ही इस जमीन पर विशाल प्रतिबंधित हरे वृक्ष थे, जिन्हें वन विभाग को सूचित किये बिना माफिया द्वारा कटवा दिया गया है। हालाँकि वन विभाग के अफसरों को भनक लग चुकी है, लेकिन ऊंची राजनैतिक पहुंच के चलते अफसर माफिया के विरुद्ध कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं। प्रशासनिक लापरवाही का आलम यही रहा, तो आने वाले समय में भू-माफिया शहर में पूरी तरह हावी हो जायेंगे, जिससे आम आदमी की परेशानी बढ़ेगी, वहीं सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगेगा।