बिहार में पटना स्थित राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव द्वारा 750 करोड़ की लागात से बनाये जा रहे आलीशान मॉल पर ग्रहण लग गया है। पर्यावरण संबंधी नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में केंद्र सरकार ने मॉल के काम पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
पटना के सगुना मोड़ पर बन रहे आलीशान मॉल का मुद्दा तब उछला था, जब बिहार के भाजपा नेता सुशील मोदी ने मॉल को लालू प्रसाद यादव की बेनामी संपत्ति बताया था और इसके निर्माण में पर्यावरण के नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया था। सुशील मोदी ने कहा था कि मॉल का निर्माण स्टेट इन्वायरमेंटल इंपैक्ट असेसमेंट अथॉरिटी की अनुमति के बिना ही शुरू कर दिया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि सुशील मोदी के आरोप लगाते ही लालू प्रसाद यादव के दूसरे बेटे उपमुख्यमंत्री के साथ पर्यावरण मंत्रालय भी संभाल रहे तेजप्रताप यादव के समक्ष आनन-फानन में पर्यावरण की मंजूरी के लिए 20 अप्रैल को तेजस्वी यादव प्रार्थना पत्र दे दिया।
सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की थी कि पर्यावरण के नियमों का उल्लंघन करते हुए मॉल के निर्माण का काम शुरू करवाने के आरोप में लालू के दोनों बेटों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायें और कड़ी कार्रवाई करायें, लेकिन राज्य सरकार ने कुछ नहीं किया, पर केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने प्रथम दृष्टया मॉल के निर्माण में नियमों की धांधली पाई है, जिससे तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है, जिससे लालू का पूरा परिवार बौखला गया है।
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