खिरिया बाकरपुर हत्याकांड में भाजपा विधायक की भूमिका की जांच करेंगे सीओ

खिरिया बाकरपुर हत्याकांड में भाजपा विधायक की भूमिका की जांच करेंगे सीओ
भाजपा विधायक धर्मेन्द्र कुमार शाक्य

बदायूं जिले में हुए खिरिया बाकरपुर के सनसनीखेज हत्याकांड में आरोपी भाजपा विधायक धर्मेन्द्र कुमार शाक्य की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पीड़ित के प्रार्थना पत्र पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जांच के आदेश दे दिए हैं। दिल दहला देने वाली वारदात में आरोपी विधायक की भूमिका की जांच उझानी के सीओ करेंगे।

उल्लेखनीय है कि छः मई की सुबह कादरचौक थाना क्षेत्र के गाँव खिरिया बाकरपुर में एक पक्ष पर अचानक सशस्त्र लोगों ने हमला बोल दिया था, इस हमले में दानवीर यादव की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी एवं कई लोग घायल हुए थे। घटना के दिन ही पीड़ितों ने आरोप लगाया था कि सूचना तत्काल पुलिस को दी गई, लेकिन बवाली जब तक घटना को अंजाम देकर चले नहीं गये, तब तक पुलिस नहीं पहुंची, जबकि घटना के बाद एंबुलेंस को कॉल की गई, तो एंबुलेंस तत्काल पहुंच गई।

उक्त घटना को लेकर सनसनीखेज खुलासा तब हुआ, जब एक नामजद आरोपी का मोबाईल पीड़ित पक्ष को मिल गया। मोबाईल में सेव रिकॉर्डिंग सुनने पर खुलासा हुआ कि आरोपियों ने हत्याकांड को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया, जिसकी उन्होंने हर तरह से तैयारी की थी। हमलावरों ने हथियार जुटाए, सूचनायें एकत्रित कीं, साथ ही भाजपा विधायक के द्वारा पुलिस पर दबाव बनाया कि पुलिस तत्काल एक्शन न ले। पीड़ित विक्रम सिंह ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र और ऑडियो क्लिप देते हुए कहा है कि उसकी पुत्रवधू राशन डीलर है, जिसको लेकर भाजपा विधायक धर्मेन्द्र कुमार शाक्य ने एक लाख रूपये की मांग की थी, उसने रूपये नहीं दिए, तो विधायक ने गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी, जिसको लेकर विधायक ने आरोपियों की मदद की है। यहाँ यह भी बता दें कि ऑडियो में नामजदों के बीच हुई बातचीत के अलावा विधायक की भी बात सेव है, जिसमें विधायक एक सब-इंस्पेक्टर से एक नामजद की हर तरह से मदद करने की बात कहते हुए सुनाई दे रहे हैं।

उक्त प्रकरण में पीड़ित के प्रार्थना पत्र की जांच क्षेत्राधिकारी उझानी को दी गयी है। मोबाईल में सेव काॅल रिकोर्डिंग की जाँच विधि विज्ञान प्रयोगशाला को भेजकर कराई जायेगी। ऑडियो क्लिप सत्य पाई गईं, तो पुलिस भी बराबर की दोषी मानी जायेगी, क्योंकि सूचना के बाद भी पुलिस घटना स्थल पर नहीं गई थी। पुलिस समय से पहुंच गई होती, तो न सिर्फ दानवीर बच जाता, बल्कि हमलावर भी पकड़ लिए जाते।

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हत्याकांड को अंजाम देने के संबंध में आरोपी पक्ष एक-दूसरे से बात करते हुए एवं भाजपा विधायक धर्मेन्द्र कुमार शाक्य दारोगा से सिफारिश करते हुए, सुनने के लिए नीचे क्लिक करें

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